झुन्झुनू: स्मार्ट हलचल/कांग्रेस नीत सरकार ने विप्र कल्याण बोर्ड का गठन तो जरूर किया लेकिन यह कागजों तक ही सिमट कर रह गया था। यथार्थ के धरातल पर इस बोर्ड का कोई भी सकारात्मक काम देखने को नहीं मिला। इसको लेकर अखिल भारतीय ब्राह्मण परिषद (रजि) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राजेंद्र शर्मा झेरलीवाला ने एक बयान में मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा से मांग की है कि विप्र कल्याण बोर्ड का पुनर्गठन करने व इसके अध्यक्ष पद पर विप्र हितों के रक्षक के व्यक्ति को मनोनीत करें, जो विप्र हितों को इस कल्याण बोर्ड के जरिये सर्वोपरि रखे। उन्होंने मुख्यमंत्री को राजस्थान के प्राचीन देवालयों को जिर्णोद्धार करवाने व भगवान की सेवा में लगे पुजारियों के परिवार को उचित भरण पोषण को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए उचित व्यवस्था करने का आग्रह भी किया। उन्होंने आगे कहा कि जब हर जाति के बोर्ड पर नियुक्ति हो चुकी है तो विप्रो के साथ भेदभाव आखिर क्यों किया जा रहा है ।