15 मई से 15 जून तक चले प्रशिक्षण शिविर में कुल एक सौ तीस से अधिक खिलाड़ियों ने वाॅलीबाल के गुर सीखकर प्रशिक्षण प्राप्त किया।
शिविर समापन पर अंतर्राष्ट्रीय कोच मनोहर लाल खटीक की तरफ से अतिथियों के हाथों प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं किट भेंट किए गए।
चित्तौड़गढ़। स्मार्ट हलचल|कई वर्षों से चली आ रही वाॅलीबाल ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर की प्रथा को लगातार 26 वें वर्ष भी चित्तौड़गढ़ के नूतन स्पोर्ट्स क्लब द्वारा जीवित रखा गया। नूतन स्पोर्ट्स क्लब के संयोजन से जिला कलक्ट्रेट के वॉलीबॉल ग्राउंड में एक माह के वॉलीबॉल प्रशिक्षण शिविर का आयोजन रखा गया जिसका समापन समारोह पूर्वक कार्यक्रम रविवार 15 जून को वॉलीबॉल ग्राउंड में आयोजित हुआ।
समापन समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी एवं राजसमंद के उपजिला शिक्षा अधिकारी बाल मुकुंद वैष्णव ने की जबकि मुख्य अतिथि पूज्य विनोद चंद यति गुरुदेव, विशिष्ट अतिथि नगर परिषद् उपाध्यक्ष कैलाश पंवार, पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतनलाल चावला एवं मुकूल आचार्य मंचासीन रहें जिनका स्वागत माला पहनाकर उपरना औढ़ा कर किया गया। सभी अतिथियों को विजय स्तम्भ का मोमेंटो भेंट किया गया।
मंचासीन अतिथियों में मांगीलाल राव, मांगीलाल बाथरा, राष्ट्रीय धावक पृथ्वी राज खटीक, अभियंता अनिल सुखवाल, संजय खाब्या मौजूद रहें ।
कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मी नारायण नीलमणि, प्रतिवेदन की प्रस्तुति पंकज व्यास और स्वागत उद्बोधन पंकज टांक ने किया जबकि अतिथियों का स्वागत प्रशिक्षक गणों में रणजीत चावला, जशवंत चावला, हेमंत राव और निशांत पुरोहित, राजू ने किया।
मुख्य अतिथि बाल मुकुंद वैष्णव ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारे जमाने के हम 1986 के लगभग प्लेयर थे और यही पर प्रशिक्षण लेते थे आज हम उच्च पदों पर पहुंच गए लेकिन हमारी मूल पहचान खेल से ही है हम कहीं चले जाते हैं हमें लोग हमारे खेल के कारण याद करते हैं। उन्होंने कहा कि चित्तौड़गढ़ में बाॅलीबाल में जो मेडल मनोहर लाल खटीक के पास है और इनका जो खेल के प्रति समर्पित योगदान में उपलब्धि है वह किसी और के पास नहीं है जिससे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को मोबाइल गैमिंग से दूर रहकर आऊटडोर गैम में भाग लेना चाहिए जिससे उनके जीवन में ऊर्जा का विकास होगा जिससे बच्चे पढ़ाई में भी बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। अपने उद्बोधन के अन्त में उन्होंने सभी का आभार जताया।
यति जी महाराज ने कहा कि मैं भी क्रिकेट का खिलाड़ी रहा हूं। सीके नायडू कोच को 1984 को हमने क्रिकेट का टूर्नामेंट करवा कर चित्तौड़गढ़ बुलाया था जिसमें मनोहर लाल खटीक का अद्वितीय सहयोग रहा। यति जी महाराज ने सभी खिलाड़ियों और बच्चों को आशीर्वाद प्रदान किया।
कैलाश पंवार ने अपने उद्बोधन में कहा कि मनोहर लाल खटीक जो इतने सालों से लगातार अनवरत बाॅलीबाल खेल प्रशिक्षण शिविर लगा रहे हैं और देश को उत्कृष्ट खिलाड़ी दे रहे हैं यह कोई छोटी बात नहीं है।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन चावला और मनोहर लाल खटीक द्वारा रणजीत चावला, हेमंत राव, पंकज व्यास, जसवंत चावला, निशांत पुरोहित, राजू सहित सभी प्रशिक्षकों को ट्रेक सूट भेंट कर सम्मानित किया गया।
यूनिवर्सिटी प्लेयर गोल्ड मेडल प्राप्त मुस्कान बाथ्रा, यूनिवर्सिटी प्लेयर शुभ करण चावला, निर्मल चावला और स्टेट प्लेयर हिमांशु उर्फ बिट्टू पुरोहित, निखिल डांगी, हर्ष सोनी, कौशल बोरीवाल का मुख्य अतिथि बाल मुकुंद वैष्णव और यति जी महाराज ने ट्राफी भेंट कर और सभी प्रशिक्षणार्थियों को मंचासिन अतिथियों ने वाॅलीबाल किट प्रदान कर सम्मानित किया।