मुकेश खटीक
मंगरोप।बनास नदी के तट पर गणेश चतुर्थी का पर्व इस बार हरियाली और पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ मनाया गया। इस अवसर पर समाजसेवियों और ग्रामीणों ने मिलकर 11 बड़-पीपल के पौधे लगाए।समाजसेवी रतनलाल मंडोवरा ने बताया कि बड़ और पीपल जैसे पवित्र वृक्ष न केवल धार्मिक दृष्टि से पूजनीय हैं, बल्कि ये पर्यावरण को शुद्ध करने और वायुमंडल में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में भी अत्यंत लाभकारी हैं। उन्होंने कहा कि गणपति बप्पा को समर्पित यह वृक्षारोपण कार्यक्रम केवल धार्मिक आस्था ही नहीं, बल्कि समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रकृति संरक्षण का अमूल्य उपहार है।कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने संदेश दिया कि–गणेशोत्सव यदि पूजा-पाठ के साथ प्रकृति संरक्षण से भी जुड़ जाए,तो इसका महत्व और भी बढ़ जाएगा।यह परंपरा समाज के लिए प्रेरणादायक उदाहरण बन सकती है।वृक्षारोपण कार्यक्रम में भोजमल गुर्जर, देबीलाल दरोगा, रूपलाल गुर्जर पटेल, बलवीर सिंह राठौड़, देवीलाल पुरोहित, लक्ष्मण गुर्जर, लादुलाल दरोगा, नारायण सिंह पड़ियार, रामलाल बलाई भोपा जी, भेरूसिंह टांक, भेरूलाल कुमावत, नंदलाल दरोगा, प्रभुलाल गाडरी, कैलाश माली, उदयलाल जाट, कैलाश गाडरी, मीठुलाल बावरी सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।