मुकेश खटीक
भीलवाड़ा।सेवा,श्रद्धा और समर्पण का भाव जब सच्चे मन से किया जाए तो वह मानवता का सर्वोत्तम उदाहरण बन जाता है।ऐसा ही प्रेरणादायक उदाहरण भीलवाड़ा के अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह ने प्रस्तुत किया है।उन्होंने वृंदावन परिक्रमा मार्ग स्थित श्री हित राधा केली कुंज के परम पूज्य गुरुदेव श्री प्रेमानंद जी महाराज के स्वास्थ्य लाभ के लिए अपनी एक किडनी दान करने की इच्छा व्यक्त की है।मालूम हो कि हाल ही में प्रेमानंद जी महाराज की तबीयत खराब चल रही है और वे किडनी संबंधी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं।वर्तमान में उनका डायलिसिस का उपचार चल रहा है। इस जानकारी के बाद भीलवाड़ा निवासी अधिवक्ता लक्ष्मण सिंह ने गुरुदेव को पत्र लिखकर अपनी भावना व्यक्त की।अधिवक्ता ने पत्र में लिखा है कि मुझे ज्ञात हुआ कि आपकी किडनी संबंधी समस्या के कारण आपको स्वास्थ्य कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।मैं लक्ष्मण सिंह अधिवक्ता,अपनी स्वेच्छा और मानव हितार्थ भावनाओं से प्रेरित होकर आपको अपनी एक किडनी दान करने की इच्छा रखता हूं।यदि मेरी यह छोटी-सी भावना आपके किसी कार्य आ सके तो मुझे अत्यंत संतोष एवं पुण्य की अनुभूति होगी।उन्होंने आगे लिखा कि वे श्री राधा रानी से सपरिवार प्रार्थना करते हैं कि गुरुदेव को शीघ्र पूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हो और वे पुनः अपने भक्तों का मार्गदर्शन करें।गौरतलब है कि श्री प्रेमानंद जी महाराज वृंदावन के प्रमुख संतों में से एक हैं।जिनके प्रवचनों और भक्ति मार्गदर्शन से देश-विदेश में लाखों श्रद्धालु प्रेरित हैं।महाराज श्री के स्वास्थ्य लाभ हेतु पूरे देशभर में भक्तजन प्रार्थना और अनुष्ठान कर रहे हैं।लक्ष्मण सिंह की यह भावनात्मक पहल समाज में मानवता,सेवा और भक्ति के समन्वय का सशक्त संदेश देती है।उनकी यह भावना न केवल श्रद्धालुओं के लिए प्रेरणादायक है,बल्कि यह दर्शाती है कि सच्चा भक्त अपने गुरु के लिए तन-मन ही नहीं प्राण तक अर्पित करने को तत्पर रहता है।


