:- स्थानीय विद्यालयों के बालकों का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित
:- सोनी समाज ने भगवान के आभूषणों का किया तोल
राजेन्द्र बबलू पोखरना
कोटड़ी|स्मार्ट हलचल|मेवाड़ का एतिहासिक धाम भगवान श्रीचारभुजानाथ दरबार का भव्य जलझूलन महोत्सव के दौरान स्थानीय विद्यालयों के बालकों का सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत श्रभ्चारभ्ज्ञुजा मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया, सचिव श्याम सुन्दर चेचाणी ने दीप प्रज्वलित किया। विद्याथियों द्वारा गणेश वन्दना के साथ कार्यक्रम का आगाज किया गया। जिसमें काटड़ी मुख्यालय पर संचालित सभी निजी विद्यालयों के नन्हे बालकों ने जबरदस्त उत्साह के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तूत किए। विद्यालयों में प्रतिभाओं को निखारते हुए बेहतरीन प्रस्तूति देने की होड़ मची रही वहीं अभिभावकों में भी बालकों की प्रस्तूति को लेकर काफी उत्साहित नजर आए। सांस्कृतिक कार्यक्रम में कोटउ कस्बे के बालकों की प्रस्तूति होने से विशाल वाटर प्रुफ पाण्डाल भी खचाखच भरा रहा। बालकों ने शिव पार्वति, श्रीराम, हनुमान सहित अनेक भगवान की जीवनी पर आधारित प्र्रस्तूति दी। श्रीचारभुजा मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया ने बताया कि मंगलवार को तेजा दशमी के अवसर पर रात्रि में विशाल भजन संध्या आयोजित की जाएगी। जिसमें छोटू सिंह रावणा व गोकुल शर्मा भजनों की प्रस्तूति देंगे। जबकि 3 सितम्बर को जलझूलन एकादशी पर भगवान श्रीचारभुजानाथ का कावड़ में भर का लाए गए त्रिवेणी के जल व दूध से अभिषेक किया जाएगा। वहीं वहीं दोपहर 3 बजे भगवान चारभुजानाथ की निज प्रतिमा रत्नजड़ित रेवाड़ी में विराजमान करा कर विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। जिसमें भगवान के साथ अन्य मन्दिरों के भगवान बेवाण में विराजमान हो कर भक्तों के कंधे पर जूलते हुए सरोवर पर जलझूलन के लिए निकलेंगे। संध्या में धर्माऊ तालाब पर झूलने के बाद रातभर भक्तों के कंधों पर विराजमान रहेंगे। साथ ही 4 सितम्बर को वामन जयंती के अवसर पर सुबह 9 बजे भगवान श्री चारभुजानाथ अपने निज धाम पर पुन: विराजमान होने के साथ ही मेले का समापन होगा।
भगवान के आभूषणों का हुआ तोल
कोटड़ी श्रीचारभुजानाथ के दर पर अरदास लगाने वाले भक्तों की मन्नत पूरी होने के बाद चढ़ावे के रूप में नगद राशि व आभूषण चढ़ाया जाता है। जिसमें से नगद राशि प्रत्येक माह अमावस्या पर दानपात्र से निकलने वाली राशि को ट्रस्ट के खाते में जमा करा दी जाती है परन्तु आभूषणों का इन्द्राज सरकारी रिकार्ड में करने तथा पुराने आभूषणों का भोतिक सत्यापन मैले के दौरान किया जाता है इसके तहत सोमवार को उपखण्ड कार्यालय से नियुक्त कार्मिक, श्रीचारभुजा मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया, सचिव श्याम सुन्दर चेचाणी, कोषाध्यक्ष चम्पालाल तेली, राम प्रसाद वैष्णव, तहसीलदार रामकिशोर मीणा, प्रशासनिक अधिकारी पारस गोधा, रीडर भवानी मीणा के अलावा मन्दिर के पुजारी सदाशिव पाराशर, सत्यनारायण पाराशर, महावीर पाराशर, चन्द्रेश पाराशर, गोपाल पाराशर, बालमुकन्द पाराशर, मनीष पाराशर, नरेन्द्र पाराशर, दुर्गेश पाराशर, सूर्य प्रकाश पाराशर सहित मन्दिर में सेवा पूजा करने वाले सभी 11 पुजारी परिवार के दसस्य उपस्थित रहे। वहीं सोनी समाज के जगदीश सोनी, रामेश्वर सोनी, कन्हैया लाल सोनी, शंभू लाल सोनी, ओम सोनी, प्रहलाद सोनी, जीतू सोनी, कैलाश सोनी, राजेन्द्र सोनी, राजू सोनी सहित कस्बे कोनी परिवार के सदस्यों ने प्रभू को भेंट किए गए आभूषणों को मन्दिर परिसर में पुलिस की निगरानी में तोल किया गया। प्रभू के आभूषणों को देखने के लिए भी भक्तों की भीड़ रही। उधर, मंगलवार को शाम से ही जिला मुख्यालय सहित माण्डलगढ़, जहाजपुर, सवाईपुर, काछोला, शाहपुरा मार्ग से पदयात्रियों का रेला रहेगा। इसे लेकर पदयात्रियो के स्वागत में कोटड़ी कस्बे के युवाओं में स्वागत की तैयारियों में जुटे नजर आ रहे है। सबसे अधिक भीलवाड़ा से कोटउ 30 किमी की दूरी में लगभग 80 लंगर लगेंगे। जिसमें अनेको प्रकार के व्यंजन व सेगारी सामग्री के साथ चाय, दूध, कॉफी के अलावा शीतल पेय पदार्थ तथा फलों को परोसा जाएगा। वहीं 1151 किलो शक्कर से निर्मित व्यंजनों से राधा अष्ठमी पर लगे विशाल छप्पनभोग के पेकेट प्रभू भक्तों द्वारा तैयार किए जा रहे है जिन्हे मंगलवार को देर रात 1 बजे से भक्तों को बांटे जाएंगे।
एक घण्टा करेंगे भगवान आराम, रात 1 बजे से खुलेंगे पट
भगवान श्रीचारभुजानाथ के दरबार में आने वाले भक्तों की सुविधाओं को लेकर मंगलवार को जलझूलन महोत्सव को लेकर लंबी दूरी पैदल चल कर दर परपंहुचने वाले भक्तों की सुविधा के लिए देर रात 12से 1 बजे तक ही रात्री शयन विश्राम करेंगे। देर रात 1 बजे से फिर आने वाले भक्तों को दर्शन देंगे।