भीलवाड़ा 2 फरवरी / वाटर शेड विभाग में बताये जा रहे टेंडर घोटाले को लेकर विभाग के अधिक्षण अभियन्ता जितेंद्र कोठारी एवं सहायक लेखा अधिकारी श्रीमती निर्मला वैष्णव ने कहां कि टेंडर प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता रखकर राज्य सरकार के निर्देशानुसार आर.टी.पी.पी. एक्ट के तहत निर्णय लिए गए हैं जो ठेकेदार निर्धारित मापदंड की पूर्ति नहीं कर पाए हैं उनके आवेदन निरस्त किए गए हैं,गड़बड़ी का आरोप लगाने वाले संवेदक (ठेकेदार) रामपाल शर्मा ने एक अन्य व्यक्ति भवानी शंकर शर्मा के माध्यम से शिकायत करवाई ताकि उसका फर्जीवाड़ा उजागर ना हो सके जबकि रामपाल शर्मा को कॉन्टैक्ट न मिलने के कारण उसने बे बुनियाद आरोप लगाकर अधिकारियों सहित विभाग को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा है अधीक्षण अभियंता कोठारी ने अपने दफ्तर में पत्रकारों को बताया कि आचार संहिता से पूर्व उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देशों पर आठ पंचायत समितियों में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना- 2 में 6.07 करोड रुपए के 490 कामों के टेंडर दिनांक 9 फरवरी 2024 को डाउनलोड कर अपलोड की अंतिम तिथि 19 फरवरी 2024 रखी गई थी, जिसमें मांडल पंचायत समिति क्षेत्र के अंतर्गत 43 लाख 54 हजार 079 रुपए के कार्यों के लिए 6 फर्मो में बजरंगबली कंस्ट्रक्शन, भारत इंटरप्राइजेज, तख्त और अपेक्स कंस्ट्रक्शन, मातेश्वरी इंटरप्राइजेज, बालाजी कोन्टेकटर सहित निर्वाण कंस्ट्रक्शन ने टेंडर आवेदन किये तथा मांडलगढ़ पंचायत समिति के अंतर्गत एक करोड़ 35 लाख 11 हजार 402 रुपए के कार्यों के लिए केवल दो फर्मो में रामपाल शर्मा एवं निर्वाण कंस्ट्रक्शन ने आवेदन किया, इसी प्रकार सुवाणा पंचायत समिति क्षेत्र में 1 करोड़ 16 लाख 11 हजार 714 रुपए के कार्यों के लिए चार संवेदकों ने तथा बनेड़ा पंचायत समिति में 55 लाख 16 हजार 91 रुपए के कार्यों के लिए तीन ठेकेदारों ने व बिजोलिया पंचायत समिति क्षेत्र में एक करोड़ 14 लाख 1109 रुपए के कार्यों के लिए दो ठेकेदारों ने आवेदन किये जिनको बीडी तकनीकी के आधार पर जांचा गया और नियमों के तहत समस्त पूर्ति करने वाली फर्म को नियमानुसार मान्यता प्रदान की गई है । विभाग की सहायक लेखाधिकारी श्रीमती वैष्णव ने ने रामपाल शर्मा द्वारा रिकॉर्ड में हेरा फेरी कर प्रस्तुत किए गए दस्तावेजों की जानकारी देते हुए आरोप लगाया कि यह व्यक्ति नियमों के विरुद्ध ठेका लेने की कई बार चेष्टा कर चुका है और ठेका नहीं देने पर बदनाम करने की धमकियां देता रहा है है इस व्यक्ति के विरुद्ध कुट रचित दस्तावेज प्रस्तुत करने को लेकर नियमानुसार कानूनी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी तब जाकर सच्चाई सामने आ पाएगी लेखाधिकारी श्रीमती वैष्णव ने कहा कि अखबार बाजी करवा कर विभाग को बदनाम करने की किसी भी कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । दूसरी तरफ ठेकेदार रामपाल शर्मा के विरुद्ध सामने आए आरोपों पर बातचीत की गई तो उसने कहा कि अगर कोई दस्तावेज फर्जी या कुटरचित है तो हस्ताक्षर करने वाला अधिकारी जिम्मेदार होगा मैं नहीं उसने दस्तावेजों की जांच को चुनौती दी है । वाटर शेड विभाग के दोनों अधिकारियों ने पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवा कर दूध का दूध और पानी का पानी कर देने की बात कही है।