बन्शीलाल धाकड़
बड़ीसादड़ी। स्मार्ट हलचल/हमें जीवन में चिंता नहीं चिंतन करना चाहिए। यह शिक्षाप्रद बात जिया खेड़ी में ओमप्रकाश शर्मा द्वारा सेवा निवृत्ति पर आयोजित विशाल सत्संग व संगीतमय सुन्दरकाण्ड कार्यक्रम में सत्संगी प्रमुख गणपत मेनारिया ने कही। सत्संगी मेनारिया ने भक्तों को समझाते हुए कहा कि घर में सुन्दरकाण्ड व हनुमान चालीसा का पाठ करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश हो कर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होने लगता है। भगवान पर भरोसा कभी व्यर्थ नहीं जाता है। इसलिए व्यर्थ की चिंता करना बेकार है। चिंता करने से हमारे शरीर के सभी अंगों को नुकसान होने लगता है। हमारी नींद गायब होने लगती है और जीवन नर्क सा बन जाता है। पुरुषार्थ पूर्वक परिश्रम करने व प्रभु श्री राम के नाम की साधना करने से हमारा जीवन आनंददायक होकर संवर जाता है। मेनारिया ने कहा कि राम नाम का धन सबके पास होना चाहिए। राम का नाम हमें भव सागर पार कराने के साथ मोक्ष की ओर भी ले जाता है। सत्संगी मेनारिया ने कहा कि जीवन हमें दूसरों की सेवा में लगाना चाहिए। प्रकृति में सभी पेड़ पौधे, जीव जंतु व नदियां आदि हमें परोपकार का संदेश देते नजर आते है। हमें भी प्रकृति से सीख लेकर कर दूसरों की मदद करने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए। दूसरों की निस्वार्थ भाव से मदद करना ही जीवन व धर्म का सार है। इस अवसर पर आसावरा माता मंदिर मंडल के अध्यक्ष चमन सिंह सारंगदेवोत, श्यामलाल अग्रवाल, सुखेर के भंवर लाल पुष्करणा, समाजसेवी नाना लाल शर्मा, काशीराम पुष्करणा, सुखलाल व वेणीराम शर्मा सहित बड़ी संख्या में महिलाएं भी मौजूद थी।