हिंदू नव वर्ष 2024: जानें विक्रम संवत 2081 से जुड़ी सारी जानकारी,5 राशियों की किस्मत, 9 अप्रैल से इनकी लाइफ में चेंज (change)
◊◊◊◊…हिंदू रीति से नववर्ष 2024 का शुभारंभ..◊◊◊◊
अंग्रेजी कैलेंडर का नया साल 1 जनवरी से शुरू होता है, लेकिन सनातन धर्म में विक्रम संवत का पालन किया जाता है। बता दें कि विक्रम संवत में तिथि को चंद्रमा के गति पर निर्धारित किया जाता है। विक्रम संवत के अनुसार, हिंदू कैलेंडर का पहला दिन चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि के दिन पड़ता है। इस बार अंग्रेजी के 2024 इयर में विक्रम संवत 2081 है। इस बार नया साल 9 अप्रैल 2024 दिन मंगलवार को शुरू हो रहा है।
..क्यों खास है यह विक्रम सम्वत 2081
वैसे तो शास्त्रों में कुल 60 संवत्सर बताए गए हैं। 9 अप्रैल 2024 से विक्रम संवत 2081 शुरू हो जाएगा। ज्योतिषीय भाषा में 2081 नव संवत्सर को ‘क्रोधी’ नाम से जाना जाएगा। इस साल संवत के राजा मंगल और मंत्री शनि होंगे। ज्योतिष गणना के अनुसार, हिन्दू नव वर्ष का पहला दिन जिस भी दिवस पर पड़ता है पूरा साल उस ग्रह का स्वामित्व माना जाता है।
..हिंदू धर्म में क्या है नववर्ष का महत्व?
शास्त्रों में बताया गया है कि विक्रम संवत्सर के प्रथम दिन सृष्टि की उत्पत्ति हुई थी और इसी दिन ब्रह्मा जी ने संसार की रचना की थी। सूर्य देव भी इसी दिन उदित हुए थे और भगवान श्री राम ने बाली का वध किया था। देश के अलग-अलग राज्यों में हिंदू नववर्ष के दिन कई त्यौहार मनाए जाते हैं, जैसे- असम में बिहू, पंजाब में बैसाखी, ओडिशा में पना संक्रांति और पश्चिम बंगाल में नबा वर्षा पर्व के रूप में मनाया जाता है।
..हिन्दू नववर्ष का वैज्ञानिक दृष्टिकोण क्या है ?
भारतीय नववर्ष हमारी संस्कृति व सभ्यता का स्वर्णिम दिन है। यह दिन भारतीय गरिमा में निहित अध्यात्म व विज्ञान पर गर्व करने का अवसर है। जिस भारत भूमि पर हमारा जन्म हुआ, जहां हम रहते हैं, जिससे हम जुड़े हैं उसके प्रति हमारे अंदर अपनत्व व गर्व का भाव होना ही चाहिए। भारतीय नववर्ष, इसे नव-संवत्सर भी कह सकते हैं | इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था और सभी देवताओं ने सृष्टि के संचालन का दायित्व संभाला था | यह भारतीय या हिंदू रीति से नववर्ष का शुभारंभ है | यह उत्सव चैत्र शुक्ल प्रथमा को मनाया जाता है | जब पूरा विश्व एक जनवरी को नए वर्ष का आरंभ मानता है और भारत में भी 31 दिसंबर की रात को बारह बजे नए वर्ष का जश्न मनाया जाता है, उस मदहोशी में अपने देश की विस्मृत परंपरा को बनाए रखना अँधेरी रात में दिया जलाने के समान है।
.. सनातन कारण यह भी है
जागरूक भारतीय समाज के प्रयासों से पिछले कई दशकों से इस परंपरा को कायम रखने में सज्जन शक्ति अपने-अपने स्थान पर लगी हुई है. यदि जापान अपनी परंपरागत तिथि अनुसार अपना नववर्ष ‘याबुरी’ मना सकता है. म्यांमार अप्रैल माह के मध्य में अपना नववर्ष ‘तिजान’ मना सकता है. ईरान मार्च माह में अपना नववर्ष ‘नौरोज’ मना सकता है. चीन चंद्रमा आधारित अपना नववर्ष ‘असरीयन’ मना सकता है. थाईलैंड व कंबोडिया अप्रैल में अपना नववर्ष मना सकते हैं, तो हम भारतीय चैत्र शुक्ल प्रथमा को अपना नववर्ष मनाने में गुरेज क्यों करते हैं।
..इस बार हिंदू नववर्ष 2024 का पंचांग क्या है
वैदिक पंचांग के अनुसार, चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 9 अप्रैल 2024, मंगलवार के दिन पड़ रही है। इस तिथि का शुभारंभ 8 अप्रैल रात्रि 11:52 पर होगा और 9 अप्रैल रात 8:33 पर समाप्त हो जाएगा। इस विशेष दिन पर दो अत्यंत शुभ योग का निर्माण हो रहा है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं. बता दें कि सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग सुबह 7:32 से 10 अप्रैल सुबह 5:06 तक रहेगा।
ज्योतिषीय विश्लेषण: कैसा रहेगा यह विक्रम संवत 2081
ज्योतिष विज्ञान के जानकारों के मुताबिक विक्रम संवत 2081 के राज मंगल, शनि के मंत्री होने से यह साल उथल-पुथल वाला रहेगा। भारत में अल्पवृद्धि के योग होंगे। नया रोग या कोई नई महामारी के आने के योग बन सकते है। राहु, मंगल, सूर्य और शनि के कारण प्राकृति प्रकोप बढ़ सकता है साथ ही साथ तूफान, भूकंप और बाढ़ से जानमाल के नुकसान की ज्यादा आशंका है। राजनीतिक पार्टियों में शत्रुता की भावना बढ़ेगी। भारत में आंतरिक संघर्ष बढ़ने की संभावना है। देश की अर्थव्यवस्था में सुधार होगा और तेज गति से विकास होगा।
..मेष राशि : नववर्ष में मिलेगा प्रमोशन और तरक्की
चंद्रमा का प्रवेश मेष राशि में हो रहा है। जहां आते ही वह गुरु के साथ युति संबंध बनाते हुए गजकेसरी योग बनाएंगे। इससे इनको नौकरी में प्रमोशन और तरक्की के योग बनेंगे। उनको अपने पूर्व अनुभव, ज्ञान, प्रबंधन क्षमता और बुद्धि से लाभ मिलेगा। स्वास्थ्य के लिहाज से भी आपके लिए नए संवत आपके लिए काफी अच्छा रहने वाला है।
कुंभ राशि
..इस संवत के अंत में शनि कुंभ राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में कुंभ राशि से जाते हुए शनि कई मामलों में शुभ फलदायी होंगे। आपका मनोबल और उत्साह बना रहेगा। हालांकि, आपको चोट आदि लगने की आशंका है इस मामले में थोड़ा संभलकर रहें। आर्थिक मामलों में आपको सफलता मिलेगी। यदि आप घर या जमीन में निवेश करने का विचार कर रहे हैं तो उसमें आपको सफलता मिलेगी। विवाह इच्छुक लोगों के शादी के योग बनेंगे।
..धनु राशि : नववर्ष में कार्यकुशलता से लाभ पाएंगे
धनु राशि के लिए हिंदू नव वर्ष में बौद्धिक क्षमता और कार्यकुशलता का लाभ पाएंगे। विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सफलता मिलेगी। इस राशि के जो लोग संतान प्राप्ति की कामना कर रहे हैं उनकी इच्छा इस वर्ष पूरी हो सकतीहै। साथ ही समय समय पर आपको आपका भाग्य सफलता दिलाएगा। वैसे तो आपका स्वास्थ्य ठीक रहने वाला है लेकिन, आपको पेट संबंधित कोई समस्या हो सकती है। उस मामले में थोड़ा संभलकर रहें। आपके तीर्थ यात्रा के योग भी इस वर्ष रहने वाले हैं।
कर्क राशि के लिए हिंदू नव वर्ष लाभकारी रहने वाला है। राशि स्वामी चंद्रमा वर्ष के स्वामी रहकर राज सत्ता से लाभ दिलाएंगे। आपकी राशि पर ढैय्या का प्रभाव चल रहा है ऐसे में आपको शनि के प्रतिकूल प्रभाव से राहत मिलेगी। क्योंकि, मंत्री शनि होकर के इनके लिए शुभ फलदायी रहेंगे। नौकरीपेशा और बिजनेसमैन जातकों को अपने सहकर्मियों से सपोर्ट मिलेगा। नौकरी बदलने का यदि आप प्रयास कर रहे हैं तो आपको सफलता मिलने के योगहैं।
..सिंह राशि : नववर्ष में भाग्य में होगी वृद्धि
सिंह राशि के लिए भी यह संवत शुभ फलदायी रहने वाला है। सिंह राशि के लिए चंद्रमा का राजा बनना आपके भाग्य में वृद्धि कराने वाला रहेगा। पिता और पैतृक संपत्ति से आपको लाभ मिलेगा। इस राशि के जो लोग विदेश में शिक्षा के लिए प्रयास कर रहे हैं उन्हें लाभ मिल सकता है। संतान के इच्छुक लोगों को खुशियां मिलेंगी।............……………………………………………………………………………………………………………………………….jaibharat………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………………