24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ में किये नामकरण संस्कार
काछोला 18 जनवरी-स्मार्ट हलचल/कस्बे में गायत्री परिवार द्वारा आयोजित 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं पावन प्रज्ञा पुराण कथा के दूसरे दिन 24 कुंडीय यज्ञ तथा विद्यारंभ अन्नप्राशन नामकरण संस्कार संपन्न हुए।शांतिकुंज हरिद्वार विदुषी बहन ने सविता चडोकार ने कहा कि आज मनुष्य नाना प्रकार के कष्टो से पीड़ित हैं, कई स्वयं के चिंतन एवं अयोग्य आचरण से दुखी है ,कई अनाचार, भ्रष्टाचार ,महंगाई, प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित है कई आतंक के अंधेरी दहशत में समस्त मानव जाति थर्रा रही है, इसके पीछे एक ही कारण यज्ञ भावना का अभाव।
शांतिकुंज से पधारी बहन ज्योति रघुवंशी ने कहा कि भारत एक पुण्य भूमि है, महान भूमि है, यज्ञ भूमि है, ऐसी पवित्र यज्ञ भूमि है जहां व्यक्ति यज्ञमय जीवन जिए तो हमारा देश फिर से ज्ञान के क्षेत्र में जगतगुरु,शौर्य के क्षेत्र में चक्रवर्ती एवं धन-धान्य के क्षेत्र में सोने की चिड़िया फिर से बन जाए ।
असतो मा सदगमय मृत्युर्मा अमृतम गमय के भाव से आज यज्ञ प्रारंभ किया गया। सर्वे भवंतु सुखिनः की भावना और कामना के साथ अपने भाव विचार और कर्मों को सबके हित के लिए समर्पित कर देना व्यक्ति हो, समाज हो, या प्रकृति ।
जहां यज्ञ भाव है वहीं सुख है,शांति है, प्रेम है, आनंद है।
यज्ञ के साथ बच्चों का संस्कार कराया गया जिसका उद्देश्य एक संस्कारवान पीढ़ी को तैयार करके भारत के भविष्य के लिए भारत के हाथों में सौपना है।इस अवसर पर मुख्य प्रबंधक ट्रस्टी माया देवी बसेर,गीता देवी माली,पूजा योगी,गीता माहेश्वरी,अनुसुइया सोनी,संतोष पोरवाल,संदीप सोनी,डॉ कैलाश चन्द्र वैष्णव,नवल दाखेड़ा,दिनेश योगी, नवरतन लढ़ा,शोभाराम मालू,चांद मल टेलर,लादू लाल सोनी,सत्य प्रकाश मंत्री सहित आदि गायत्री परिवार के सदस्य व श्रद्धालु उपस्तिथ थे।