कार्यवाहक कप्तानों के भरोसे मेरे क्षेत्र की व्यवस्था
जनता के अटके काम,विरोधियों ने विधायक को घेरा
कुमार अंकेश
बानसूर। स्मार्ट हलचल/विधानसभा सभा क्षेत्र कें दोंनों उपखंडों में उपखंड अधिकारी के पद रिक्त चल रहें हैं। बानसूर में पिछलें 28 दिनों सें एसडीएम व 25 दिनों सें डीएसपी का पद रिक्त हैं। नारायणपुर उपखंड में भी करीब दों महिनों से एसडीएम का पद रिक्त चल रहा हैं इसके साथ हीं करीब डेढ़ महीने से मुख्य खंड शिक्षा अधिकारी का पद भी रिक्त चल रहा हैं। विधानसभा क्षेत्र में तीन बड़े विभाग बिना कप्तान के ही चल रहें हैं। क्या सरकार उप चुनाव के फेर में यहां अधिकारी भेजना ही भूल गई। आपकों बता दें कि राज्य सरकार ने 7 अक्टूबर 2024 को आदेश जारी कर बानसूर उपखंड अधिकारी व उप जिला मजिस्ट्रेट रविकांत सिंह का स्थानांतरण कर दोसा के लवाण उपखंड का उपखंड अधिकारी लगा दिया था औंर उनके स्थान पर अलवर नगर परिषद के आयुक्त अनुराग हरित को बानसूर उपखंड अधिकारी लगाया था लेकिन आज तक उन्होंने कार्यभार नहीं संभाला हैं तों वहीं नारायणपुर उपखंड में तों पिछले दों महिनों सें एसडीएम का पद रिक्त चल रहा हैं लेकिन सरकार ने अभी तक यहां अधिकारी ही नहीं लगाया हैं। एसडीएम लक्ष्मी नारायण बुनकर की पदोन्नति व स्थानांतरण के बाद बानसूर एसडीएम रविकांत के पास नारायणपुर एसडीएम का अतिरिक्त कार्यभार था। लेकिन 28 दिन पूर्व बानसूर एसडीएम का भी तबादला कर दिया गया हैं। ऐसे में बानसूर और नारायणपुर दोनों हीं उपखंडो में एसडीएम के पद रिक्त चल रहे हैं। एसडीएम नहीं होंने सें आमजन की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है उनके सरकारी काम भी अटके हुए हैं। आम जनता काम करवाने के लिए दफ्तरों में आए दिन चक्कर काट रही है लेकिन उनकी सुनने वाला अधिकारी हीं नहीं है। स्थानीय जनप्रतिनिधि भी इसको लेकर गंभीर नहीं है। जिसका नुकसान क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ रहा है। एसडीएम के पद रिक्त होने से पक्षकारों के एसडीएम न्यायालय संबंधी कार्य समय पर नहीं हो पा रहे हैं। बानसूर तहसीलदार गजेंद्र सिंह राठौड़ के पास ही एसडीएम का अतिरिक्त कार्यभार हैं। अधिवक्ताओं ने बताया कि मजिस्ट्रेट संबंधी न्यायालय के कार्य नहीं होने से पक्षकार परेशान हैं।
डीएसपी हीं नहीं तों कैसे सुधरे कानून व्यवस्था ?
बानसूर डीएसपी का पद पिछले 25 दिनों से रिक्त चल रहा हैं। राज्य सरकार नें 7 अक्टूबर 2024 कों डीएसपी सत्य प्रकाश मीणा का एससी एसटी सेल टोंक में तबादला कर दिया था। तों वहीं गिरधर सिंह कों करौली के हिंडौन से बानसूर डीएसपी के पद पर लगाया था। लेकिन अभी तक उन्होंने कार्यभार ग्रहण नहीं किया हैं। ऐसे में बानसूर,नारायणपुर, बासदयाल व हरसोरा थानों के वृत का अतिरिक्त कार्य भार कोटपूतली डीएसपी राजेंद्र बुरड़क के पास हैं। बिना डीएसपी के क्षेत्र की कानून व्यवस्था भी लचर हैं।
बिना कप्तान के चल रहा शिक्षा विभाग
नारायणपुर उपखंड क्षेत्र मुख्य खंड शिक्षा अधिकारी थानागाजी के अधीन आता था लेकिन करीब डेढ़ महीने पूर्व थानागाजी सीबीईओं रामसिंह मीणा की पदोन्नति व स्थानांतरण के बाद मुख्य खंड शिक्षा अधिकारी का पद रिक्त चल रहा हैं। अगले माह स्कूली विद्यार्थियों की अर्धवार्षिक परीक्षाएं हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि बिना कप्तान के शिक्षा विभाग के काम कैसे हों रहें होंगे। एक और जहां स्थानीय विधायक देवीसिंह शेखावत विकास कार्यों को लेकर आए दिन मंत्रियों व उच्च अधिकारियों को पत्र सौंप रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर विधानसभा क्षेत्र में बड़े अधिकारियों के पद ही रिक्त हैं तों आखिर सरकार की योजनाओं को स्थानीय स्तर पर संचालित कौन करें।
इनका यह कहना हैं-
•राज्य सरकार पूरी तरह फ्लॉप हैं। काफ़ी दिनों से बानसूर विधानसभा क्षेत्र के दोनों एसडीएम के पद व बानसूर डीएसपी का पद रिक्त है।ग्रामीणों की सुनवाई समय पर नहीं हो पा रही है। ग्रामीण उपखंड कार्यालय और डीएसपी कार्यालय के समस्याओं के समाधान के लिए चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन अधिकारी नहीं होने से सभी के काम अटके हुए हैं। विधायक को संज्ञान लेकर आमजन को राहत देनी चाहिए और अगर स्थानांतरण हुए अधिकारी नहीं आ रहे हैं तो दूसरे अधिकारियों के स्थानांतरण करवाकर यहां लाएं- शकुंतला रावत,पूर्व उद्योग मंत्री
•बिना प्रशासनिक अधिकारियों के जनता कार्यालयों के चक्कर काट रही है उनके कोई काम नहीं हो रहे, जनता त्राहिमाम त्राहिमाम कर रही है लेकिन जिम्मेदारों का कोई ध्यान नहीं है। यह सरकार पिछले 11 महीनों में अधिकारियों के ट्रांसफरों के अलावा कुछ नहीं कर पाई। मेरी स्थानीय विधायक से मांग हैं कि वह प्रशासनिक अधिकारियों की रिक्तियों को भरवाएं ताकि जनता के अटकें हुए कार्य हो सके – के जी कौशिक,नेता कांग्रेस
* विधानसभा क्षेत्र में राजस्व, पुलिस व शिक्षा विभागों जैसे अति महत्वपूर्ण बड़े विभाग काफी दिनों से बिना कप्तान के चल रहे हैं। क्षेत्र में दोनों एसडीएम,बानसूर डीएसपी व नारायणपुर क्षेत्र के सीबीईओं का पद रिक्त चल रहा है जिसके चलते आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और उनके काम अटक रहे हैं लेकिन राज्य सरकार व विधायक उदासीन बनें हुए हैं – रामगोपाल यादव,नेता आप
•क्षेत्र में बड़े अधिकारियों के पद खाली हैं जिससें आम जनता के काम अटक रहे हैं स्थानीय विधायक से मांग है कि वह मामले को गंभीरता से लेते हुए क्षेत्र में रिक्त चल रहे पदों पर अधिकारी लेकर आए। यह भी सच हैं कि राजस्थान के अंदर वर्तमान में अफसर शाही हावी है जिसके चलते स्थानीय जनप्रतिनिधि भी उपेक्षा सह रहे हैं – बृजमोहन शर्मा,प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान सेवानिवृत कर्मचारी महासंघ