HomeHealth & Fitnessमसूड़ों से खून क्यों आता है?ये है इसका उपचार

मसूड़ों से खून क्यों आता है?ये है इसका उपचार

हमारे मसूड़ों से खून आना इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे की – मसूड़ों में तेज ब्रश लग जाना, खाते समय मसूड़ों का कट जाना या फिर खाने के बाद ब्रश न करने की वजह से बैक्टीरिया लग जाना। मसूड़ों से खून आने की समस्या को अक्सर लोगो में देखा जाता है, जो की कई वजह से हो सकती हैं, जैसे – विटामिन की कमी होना, तेज ब्रश करना आदि और यह प्लेटलेट विकार या ल्यूकेमिया जैसे गंभीर बीमारियों का भी संकेत हो सकती है। अगर इसकी ठीक से देखभाल न की जाये तो, यह गिंगिवाइटिस यानी मसूड़ों में सूजन का रूप ले सकता है। जिस वजह से बाद में बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

 

मसूड़ों से खून आना एक मेडिकल कंडिशन है। ऐसी स्तिथि में मसूड़ों में सूजन हो जाती है और ब्रश करने के दौरान अक्सर मसूड़ों से खून आ जाता है,जो की मुंह में स्वच्छता न होने के कारण होता है।

मसूड़ों से खून आने का कारण

  • मसूड़ों से खून आना विभिन्न मसूड़ों की बीमारियों, मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं और अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों के परिणामस्वरूप हो सकता है। आइए संभावित कारणों पर विस्तार से नज़र डालें:

    • प्लाक बिल्डअप: प्लाक दांतों पर बैक्टीरिया, भोजन के मलबे और लार की एक चिपचिपी फिल्म होती है। जब ब्रश/फ्लॉसिंग द्वारा नहीं हटाया जाता है, तो प्लाक कठोर होकर टार्टर में बदल जाता है, जिससे मसूड़ों में जलन होती है और उनमें रक्तस्राव होने का खतरा होता है।
    • मसूड़े की सूजन: प्लाक निर्माण के कारण होने वाली मसूड़ों की बीमारी का प्रारंभिक प्रतिवर्ती रूप। इससे मसूड़े लाल, सूजे हुए और कोमल हो जाते हैं, जिनमें धीरे से ब्रश करने पर भी आसानी से खून निकलता है।
    • पीरियडोंटाइटिस: उन्नत अपरिवर्तनीय मसूड़ों का संक्रमण जो मसूड़ों और जबड़े की हड्डी को नुकसान पहुंचाता है, जिससे दांत ढीले हो जाते हैं और गिर सकते हैं। यह मसूड़ों से खून आने का एक प्रमुख कारण है।
    • आक्रामक ब्रशिंग: कठोर ब्रिसल वाले टूथब्रश से जोर-जोर से ब्रश करने से मसूड़ों में खरोंच और रक्तस्राव हो सकता है।
    • ख़राब फिटिंग वाले डेन्चर: गलत तरीके से लगाए गए डेन्चर मसूड़ों से रगड़ खा सकते हैं, जिससे जलन और रक्तस्राव हो सकता है।
    • मुँह की शल्य चिकित्सा: दांत निकालने जैसी प्रक्रियाएं अस्थायी रूप से मसूड़ों से रक्तस्राव का कारण बन सकती हैं।
    • हार्मोनल परिवर्तन: यौवन, गर्भावस्था, और रजोनिवृत्ति इससे मसूड़े संवेदनशील हो सकते हैं और रक्त संचार बढ़ने के कारण खून बहने की संभावना हो सकती है।
    • मधुमेह: उच्च रक्त शर्करा का स्तर मसूड़ों और केशिकाओं को कमजोर कर सकता है, जिससे उनमें आसानी से रक्तस्राव हो सकता है।
    • रक्त विकार: ल्यूकेमिया, हीमोफीलिया और प्लेटलेट विकारों के कारण मसूड़ों से अत्यधिक रक्तस्राव हो सकता है।
    • दवाएं: वारफारिन, एस्पिरिन और हेपरिन जैसे रक्त को पतला करने वाली दवाएं रक्तस्राव के जोखिम को बढ़ा सकती हैं।
    • विटामिन की कमी: विटामिन सी और के की कमी से मसूड़े कमजोर हो सकते हैं और खून निकलने का खतरा हो सकता है।
    • एचआईवी / एड्स: संक्रमण के कारण मसूड़ों में सूजन और अल्सर हो सकता है, जिससे रक्तस्राव हो सकता है।
    • कैंसर उपचार: रसायन चिकित्सा और विकिरण खराब प्रतिरक्षा और मसूड़ों की समस्याओं का कारण बन सकता है।
    • भोजन विकार: एनोरेक्सिया और बुलिमिया में कमी हो सकती है जिससे मसूड़ों से खून आ सकता है।

    कई दंत रोग, मौखिक स्वास्थ्य कारक और चिकित्सीय स्थितियाँ मसूड़ों से रक्तस्राव का कारण बन सकती हैं। एक देखना डेंटिस्ट सटीक कारण निर्धारित करने और उचित उपचार की योजना बनाने में मदद मिल सकती है।

    कौन सी चिकित्सीय स्थितियों के कारण मसूड़ों से खून आ सकता है?

    मसूड़ों से खून आने का सही कारण पहचानना चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियों को खारिज करना महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ विकार दिए गए हैं जिनके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता हो सकती है और जो मसूड़ों से खून आने का कारण बन सकते हैं:

    • एचआईवी संक्रमण: एचआईवी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करता है, जिससे व्यक्ति संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है, जिसमें मसूड़ों से खून आना जैसी दंत समस्याएं भी शामिल हैं। इस स्थिति की पुष्टि रक्त परीक्षण के माध्यम से की जाती है।
    • एनीमिया: यह स्थिति लाल रक्त कोशिकाओं की कमी के कारण होती है। घातक एनीमिया, जो विटामिन बी12 के अवशोषण संबंधी समस्याओं से जुड़ा हुआ है, मसूड़ों से खून आने का कारण भी बन सकता है।
    • हर्पीज संक्रमण: हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस के कारण मुंह में दर्द और पीड़ा हो सकती है, जिसमें मसूड़ों से खून आना भी शामिल हो सकता है।
    • तनाव: उच्च-तनाव स्तर मसूड़ों में सूजन पैदा कर सकता है, जिससे उनमें रक्तस्राव होने की संभावना बढ़ जाती है। तनाव प्रतिरक्षा प्रणाली को भी कमजोर कर सकता है और रक्त के थक्के को प्रभावित कर सकता है।
    • ल्यूकेमिया और मौखिक कैंसर: मौखिक कैंसर मसूड़ों, गालों या जीभ पर दर्द रहित घावों के रूप में प्रकट हो सकता है और इसके साथ मसूड़ों से रक्तस्राव भी हो सकता है।
    • फैक्टर वी की कमी: इस रक्तस्राव विकार के कारण मसूड़ों से रक्तस्राव, चोट लगना और बार-बार नाक से खून आना जैसे लक्षण उत्पन्न होते हैं।
    • विटामिन की कमी: विटामिन सी और के की कमी से मसूड़े कमजोर हो सकते हैं और उनसे खून आने की संभावना रहती है।
    • भोजन संबंधी विकार: एनोरेक्सिया और बुलिमिया के कारण भोजन संबंधी कमी हो सकती है, जिससे मसूड़ों से खून आ सकता है।

    कौन से दंत रोगों के कारण मसूड़ों से खून आ सकता है?

    • मसूड़े की सूजन: मसूड़े की सूजन मसूड़ों की सूजन है जो अक्सर मसूड़ों से खून बहने का कारण बनती है। अगर समय रहते इसका पता चल जाए तो इसका इलाज संभव है और अच्छी मौखिक स्वच्छता से इसे रोका जा सकता है। जोखिम कारकों में धूम्रपान, मधुमेह, हार्मोनल परिवर्तन (विशेष रूप से महिलाओं में) और शुष्क मुँह शामिल हैं।
    • पेरिओडोन्टाइटिस: पेरिओडोन्टाइटिस, जो अनुपचारित मसूड़े की सूजन से विकसित हो सकता है, मसूड़ों से खून बहने का कारण भी बनता है। इस स्थिति में दांतों के आस-पास मसूड़े ढीले हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप खून बहने लगता है।
    • गर्भावस्था के दौरान मसूड़ों से खून आना: गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन मसूड़ों में सूजन और दर्द का कारण बन सकते हैं, जिससे मसूड़ों से खून आना शुरू हो सकता है। अच्छी मौखिक स्वच्छता बनाए रखने से मदद मिल सकती है, लेकिन अगर स्थिति बिगड़ती है तो दंत चिकित्सक को दिखाना ज़रूरी है।
    • अनुचित ढंग से फिट किए गए डेन्चर: अनुचित ढंग से फिट किए गए डेन्चर मसूड़ों से रगड़ खा सकते हैं, जिससे जलन और रक्तस्राव हो सकता है।
    • मौखिक सर्जरी: दांत निकालने जैसी प्रक्रियाओं से अस्थायी रूप से मसूड़ों से खून आ सकता है।
    • प्लाक बिल्डअप: प्लाक बैक्टीरिया, भोजन के अवशेष और लार की एक चिपचिपी फिल्म है जो दांतों पर जम जाती है। जब इसे ब्रशिंग/फ्लॉसिंग द्वारा नहीं हटाया जाता है, तो प्लाक टार्टर में सख्त हो जाता है, जो मसूड़ों में जलन पैदा करता है और उन्हें रक्तस्राव के लिए प्रवण बनाता है।

 

ये है इसका उपचार

 

डाइट में प्रोटीन की मात्रा संतुलित लेनी चाहिए।

 

खट्टे फलों का सेवन करे

 

विटामिन सी से युक्त सब्जियों और खट्टे फलों का सेवन करके आप मसूड़ों से खून आने की समस्या को दूर कर सकते हैं।

 

दूध

 

दूध में कैल्शियम होता है, जो की हमारे दांतों और मसूड़ों के लिए बहुत आवश्यक होती है।

 

कच्ची सब्जियां का सेवन करे

 

मसूड़े को स्वस्थ रखने के लिए कच्ची सब्जियां खाएं।

 

बेकिंग सोडा

 

मसूड़ों से जुड़ी समस्या के लिए बेकिंग सोडा बहुत फायदेमंद होता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होता है, जिससे मुंह तो साफ होता है ही, साथ ही मुंह की बदबू भी दूर करता है।

पाएं राहत

दांतों में दर्द और मसूड़ों की सूजन से परेशान हैं? लौंग का तेल आपके लिए कारगर साबित हो सकता है। एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर ये तेल मसूड़ों की सूजन कम करता है, दर्द दूर करता है और खून बहने से रोकता है। बस थोड़ा सा लौंग का तेल लेकर मसूड़ों पर मालिश करें या एक-दो लौंग चबाएं। जल्द ही आराम मिलेगा।

एलोवेरा सिर्फ चेहरे के लिए ही नहीं, बल्कि मसूड़ों के लिए भी फायदेमंद है। मसूड़ों की सूजन, जो कई बार परेशानी का सबब बनती है, एलोवेरा जेल से दूर हो सकती है। एलोवेरा जेल में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण सूजन कम करते हैं और मसूड़ों की बीमारी से लड़ने में मददगार होते हैं। बस थोड़ा एलोवेरा जेल लेकर मसूड़ों पर मालिश करें, थोड़ी देर रुकें और फिर कुल्ला कर लें, इतना आसान उपाय दिलाएगा आपको मसूड़ों की तकलीफ से आराम।

मसूड़ों से खून आना या उनमें सूजन जैसी परेशानियों से बचने के लिए दो चीजें रोज़ की आदत बना लें। ब्रश करना और फ्लॉस करना। दिन में दो बार ब्रश करने से दांत साफ रहते हैं, वहीं रोज़ाना फ्लॉस करने से दांतों के बीच जमा गंदगी और बैक्टीरिया निकल जाते हैं, जो ब्रश से साफ नहीं हो पाते, इतना आसान सा नियम अपनाकर आप मसूड़ों को हेल्दी रख सकते हैं और दांतों की कई बीमारियों से बचाव कर सकते हैं

कपूर, पिपरमिंट का तेल

 

मसूड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आप कपूर और पिपरमिंट के तेल का भी इस्‍तेमाल कर सकते है।

 

कैलेंडूला की पत्‍ती और कैमोमाइल चाय

 

मसूड़ों से निकलने वाले खून को रोकने के लिए कैलेंडुला और कैमोमाइल बहुत फायदेमंद हो सकती है।

 

क्रैनबेरी और गेहूँ की घास का रस

 

इसका जूस जीवाणुरोधी गुणों से युक्त होता है, जो कि मसूड़ों से खून आने की समस्या को खत्म कर सकता है।

 

धूम्रपान न करें

 

यदि अपने मुंह को जीवाणुओं से बचाना चाहते हैं, तो आपको धूम्रपान नहीं करना चाहिए।

 

कुछ ऐसी दवाईयां भी होती है, जिनके सेवन से दांतों से खून निकलने लगता है। जैसे की – एंटिडिएंटेंट्स और ब्लड प्रेशर दवाएं लेने से आपके मसूड़ों में से खून आ सकता है क्योंकि इन दवाइयों की वजह से मुंह में लार की कमी हो जाती है और जिस कारण मुंह में बैक्टीरिया हो जाते हैं।

 

ज्यादातर लोग मसूड़ों से खून आने की समस्या को सामान्य समझकर अनदेखा कर देते हैं, जो की आगे चलकर एक गंभीर बीमारी का रूप ले सकती है। अगर ऐसे में आपको कभी भी ब्रश करते वक़्त खून दिखाई दे तो सावधान हो जाइए। ऊपर बताये गए घरेलू उपायों से आप प्रारंभिक अवस्था में मसूड़ों की इस समस्या का निदान कर सकते हैं, लेकिन समस्या के बढ़ जाने पर आप डॉक्टर की सलाह जरूर ले।

स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर  01 अगस्त  2024, Smart Halchal News Paper 01 August 
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर  01 अगस्त  2024, Smart Halchal News Paper 01 August 
logo
AD dharti Putra
RELATED ARTICLES