– बाल पड़कर छात्रा को लात घूसों से पीटने के मामले में कल्याणपुर के एसीपी ने शुरू की जांच, समाज कल्याण विभाग में आरोपी महिला कर्मचारी को हटाया
– कई मामलों में महिलाओं ने ही महिलाओं के खिलाफ दर्ज करा रखी है एफ आई आर
सुनील बाजपेई
कानपुर। स्मार्ट हलचल/यहां आई टी आई गर्ल्स हॉस्टल में महिला कर्मी द्वारा शराब के नशे में छात्रा से मारपीट करने का मामला टूर पड़ गया है।पुलिस ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की है जिसके बाद कल्याणपुर के एसीपी ने जांच शुरू कर दी है। उनके मुताबिक मामले में जल्द ही चार्ज शीट दाखिल की जाएगी।
इस एफ आई आर में आरोपी महिला कर्मचारी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट भी लगाया गया है। यही वजह है कि मामले की विवेचना एसपी कल्याणपुर की हवाले की गई है ,जिसे उन्होंने शुरू भी कर दिया है। मामले में जल्द चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
घटना के बारे में अवगत कराते चलें कि बीते 18 दिसंबर को हॉस्टल में आई टी आई छात्रा से वहां के कर्मचारी गुड़िया ने शराब के नशे में बाल पकड़कर थप्पड़ लात घूंसों से पीटा था। इस दौरान उसने जातिसूचक शब्द कहकर उसे अपमानित भी किया था। इस पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया था।
दर्ज कराई एफआईआर के मुताबिक घटना के समय छात्रा अपने रूम में मौजूद थी। उसी समय और गुड़िया ने आंगन से आवाज लगाई थी। उसने गुड़िया की आवाज सुनी और रूम से ही कहा कि वो उपस्थित है। उसके बाद भी गुड़िया ऊपर चढ़कर आई और साथ रहने वाली छात्रा को बाहर कर फिर उसके साथ मारपीट की। पुलिस के मुताबिक ऐसा क्यों किया गया यह विवेचना में स्पष्ट हो जाएगा।
मौके पर पहुंची पुलिस को छात्रा ने बताया कि
बीते 2 दिसम्बर को भी गुड़िया सिंह ने उसे देख लेने, सबक सिखाने और करियर बर्बाद कर देने की धमकी दी थी।
छात्र का आरोप यह भी है कि जब उसने वार्डन किरण बाला से इसकी शिकायत दर्ज कराई तो उन्होंने कार्रवाई करने के बजाए उलटा पीड़िता छात्रा को डांट लगाकर चुप करा दिया था। फिलहाल मामले में समाज कल्याण विभाग ने भी कर्मचारी गुड़िया सिंह को हटा दिया है। कुल मिलाकर कानपुर में महिलाएं ही उनकी महिलाओं की दुश्मन साबित हो रही है। कई मामलों में तो महिलाओं ने ही महिलाओं के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज कर रखे हैं।