*मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भ्रमण, भोजन और भजन में व्यस्त
*सरकार जनता के असली मुद्दों से पूरी तरह कट चुकी
(हरिप्रसाद शर्मा)
स्मार्ट हलचल| अजमेर/ तोपदड़ा क्षेत्र स्थित में शनिवार को नारी न्याय सम्मेलन एवं शहर महिला कांग्रेस अध्यक्ष लक्ष्मी बुंदेल के पदभार ग्रहण समारोह का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर राजस्थान महिला कांग्रेस की प्रदेशाध्यक्ष सारिका सिंह मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं। उन्होंने सम्मेलन में भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला और राज्य में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर तीखा प्रहार किया।
सारिका सिंह ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भ्रमण, भोजन और भजन में व्यस्त हैं, जबकि अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार जनता के असली मुद्दों से पूरी तरह कट चुकी है और विकास की बजाय केवल सियासत में उलझी हुई है। उन्होंने निकाय चुनावों को लेकर भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा को हार का डर सता रहा है, इसलिए चुनाव टाले जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अजमेर सहित पूरे प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराधों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है, दुष्कर्म और उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही हैं लेकिन सरकार संवेदनशीलता दिखाने के बजाय आंख मूंदे बैठी है। उन्होंने महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संगठन को मजबूत करने का आह्वान किया।
इस अवसर पर पूर्व आरटीडीसी अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ ने भी भाजपा की ‘ट्रिपल इंजन सरकार’ पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र, राज्य और नगर निगम तीनों स्तरों पर भाजपा को जनता ने मौका दिया, लेकिन बदले में शहर को टूटी सड़कों, गंदगी और बेरोजगारी के सिवाय कुछ नहीं मिला। राठौड़ ने अजमेर एलिवेटेड रोड (रामसेतु) का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह परियोजना केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी योजना के तहत करीब 250 करोड़ रुपए की लागत से बनी थी।
उस समय तैयार किए गए नक्शे पर अजमेर उत्तर से विधायक वासुदेव देवनानी और अजमेर दक्षिण से विधायक अनीता भदेल के हस्ताक्षर हैं। नगर निगम भाजपा के नियंत्रण में रहते हुए इसका निर्माण हुआ, लेकिन अब नेता बेतुकी बयानबाजी कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस किसी भी प्रोजेक्ट में दोषी है तो निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। ज्यूडिशियल इंक्वायरी करवाई जाए ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से भी गरिमा के अनुरूप आचरण करने की अपील की।
राठौड़ ने शहर की बदहाल बुनियादी सुविधाओं पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सीवरेज और ड्रेनेज की स्थिति यह है कि हर साल बारिश में अजमेर जलमग्न हो जाता है। वर्षों से अधूरे प्रोजेक्ट्स या तो बंद पड़े हैं या बेहद धीमी गति से चल रहे हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार गिरती रैंकिंग शहर की स्थिति को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि जेएलएन अस्पताल जैसे प्रमुख सरकारी संस्थान में न पर्याप्त स्टाफ है और न ही जरूरी उपकरण। मरीजों को घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना, उज्ज्वला योजना जैसी जनकल्याणकारी योजनाएं कागजों तक सीमित रह गई हैं।
उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा और सामाजिक न्याय की स्थिति पर भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि दलित, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदायों के साथ हो रहे भेदभाव और अन्याय की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, लेकिन सरकार मौन है। राठौड़ ने कहा कि जनता ने डबल इंजन नहीं, ट्रिपल इंजन सरकार बनाकर देख ली, लेकिन अब सभी इंजन फेल हो गए हैं। जनता में भारी आक्रोश है, जिसका जवाब वे आने वाले निकाय और पंचायत चुनावों में अवश्य देंगे।