राजेश मिश्रा
झालावाड़/स्मार्ट हलचल/सागवान की लकड़ी की तस्करी के साथ अब कीमती लकड़ी सहित तस्करों के निशाने पर राष्ट्रीय पेड़ खेजड़ी हैं जिसे धड़ल्ले से काटने में लगे हुए है तस्कर ,सरकार ने वनों की सुरक्षा एवं वनों में अवैध गतिविधियां रोकने के लिए वन विभाग बना रखा है. लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों की उदासीनता के चलते लकड़ी तस्करो की मौज हो रही है वन प्रेमी निराश है करोना काल के बाद सरकार के द्वारा चलाई गई योजनाओं के तहत झालावाड़ व बारां जिले में वनों को हरा भरा किया गया था लोगो के मन में एक बार फिर आस जगी थी कि शायद अब वापस जंगल में हरियाली देखने को मिलेगी लेकिन वन प्रेमियों की इस मनसा पर अब जैसे ग्रहण लगता हुआ नजर आ रहा है आए दिन तस्कर हजारों पेड़ो की बलि देने में लगे हुए हे ऐसे में कैसे सुरक्षित हो पाएगा पर्यावरण
बारां/झालावाड़ जिला इन दिनों काफी सुर्ख़ियों में है. क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सागवान की तस्करी और सागवान के अवैध भंडारण को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चाओं का बाजार गर्म है. लेकिन देखने वाली बात यह है कि जिम्मेदारों के मूकदर्शक होने से लकड़ी तस्करों में एक होड़ सी मची ही हुई हे अवैध आरा मशीनें धड़ल्ले से चल रही है