राकेश जीनगर
भीलवाड़ा । शहर में संचालित ड्राईविंग स्कूल कितने नियम से चल रहे हैं और विभाग इनके प्रति कितने गंभीर है, इसकी बानगी का नजारा सरे-आम देखने को मिला। जहां एक बिना नंबरी वाहन नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बीच बाजार ड्राईविंग सिखाने के काम में लिया जा रहा था। इसे यातायात नियमों की अनदेखी कहें या परिवहन विभाग के जिम्मेदारों की उदासीनता की मोटर व्हीकल एक्ट नियमानुसार बिना नंबरी कोई भी वाहन शहर की सड़कों पर नहीं दौड़ सकता। यहां तक की नये वाहनों का हाथों-हाथ रजिस्ट्रेशन करवाया जाकर नंबर प्लेट लगाना जाना चाहिए। बावजूद इसके नये वाहनों से ड्राईविंग सिखाना लापरवाही है या जिम्मेदारों की अनदेखी, ये बड़ा सवाल है। वहीं ऐसे वाहनों से अगर कोई दुर्घटना हो जाती है तो उसके लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाए, ये भी विचारणीय है ???