राजेश कोठारी
करेड़ा – जहाँ एक और सरकार गरीबो को राहत देने के लिए तरह तरह की योजना चला फायदा दिला रही है वही दूसरी और विभाग के अधिकारियो की लापरवाही का खामयाजा गरीबो को भुगतना पड रहा और गरीबो को सरकार दफ़्तरो के चक्कर काटने पड रहे है। ऐसा ही कुछ देखने को मिल रहा है करेड़ा मे जहाँ खाद्य एंव नागरिक आपूर्ति विभाग लापरवाही ही से कस्बे सहित उप खंड क्षेत्र के कई गरीबो के राशन कार्ड बंद कर दिए गए। जिससे उनके राशन के गेहूं भी बंद हो गए । इसकी जानकारी ग्रामीणों को तब लगी ज़ब ग्रामीण राशन डीलर के पास गेहूं लेने गए और राशन डीलर द्वारा उन्हें राशन कार्ड बंद होने की बात कही और गेहूं नहीं दिए । जिस पर ग्रामीण सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहे पर किस कारण से गेहूं बंद हुए और कैसे चालू होंगे इसकी जानकारी कहीं से नहीं मिलने से ग्रामीण हताश है।
विदित रहे कि पिछले कुछ समय से खाद्यय विभाग द्वारा अपात्र परिवारों के राशन कार्ड बंद कार खाद्यय सुरक्षा प्राप्त परिवारों को योजना से वंचित कर रहा है पर विभाग कई पात्र परिवारों को 2.7 एकड़ जमीन बता कर राशन कार्ड बंद किये जा रहे। जो की बना किसी भौतिक सत्यापन के ही जमीन 2.7 एकड़ जमीन बता कर योजना से वंचित किया जा रहा है जबकि हकीकत मे उन परिवारों के 1 बीघा से 3 बीघा जमीन ही है ।

केस 1
करेड़ा निवासी पंकज सिंह राठौड़ का हाल ही मे राशन कार्ड बंद किया गया और कारण 2.7 बीघा जमीन कारण बताया गया जबकि राठौड़ के 14 बिस्वा जमीन ही है ।
केस 2
करेड़ा निवासी निर्मला दत्या का भी राशन कार्ड बंद किया गया और कारण 2.7 बीघा जमीन कारण बताया गया जबकि इनके 1 बीघा जमीन ही है ।
केस 3
करेड़ा निवासी घनश्याम सिंह सिसोदिया का भी राशन कार्ड बंद किया गया और कारण 2.7 बीघा जमीन कारण बताया गया जबकि इनके 6 बीघा जमीन ही है
केस 4
करेड़ा निवासी भेरू लाल दामामी का भी राशन कार्ड बंद किया गया और कारण 2.7 बीघा जमीन कारण बताया गया जबकि इनके 1.7 बीघा जमीन ही है ।
इनका कहना
मेरे पास पीएम सम्मान निधि से जो सूची आई है उसमे जिनके जो जमीन ज्यादा बताई गई है उसके आधार पर राशन कार्ड बंद किये गए वास्तव मे जिनके जमीन कम है वो पटवारी से रिपोर्ट करवा कर मेरे पास ले आएंगे उनके फिर से चालू कर देंगे ।
अमरेंद्र मिश्रा डीएसओ
भीलवाड़ा


