क्यों नहीं पहुंच पाई राजमहल जिला कलेक्टर मृतक के परिजनों सहित गुर्जर समाज मे भारी आक्रोश
स्मार्ट हलचल देवली/टोंक/जिला कलेक्टर टोंक कल्पना अग्रवाल की उदासीनता के कारण तीसरे दिवस भी राजमहल में पीड़ित परिवार अपने पुत्र की अंत्येष्टि नहीं कर पायें।गांव वासियों द्वारा भी बजरी हत्याकांड में पप्पू लाल गुर्जर के समर्थन में गांव बंद कर प्रशासन का खुला विरोध किया गया।इसी प्रकार का प्रकरण डोड़वाडी गांव में शंकर लाल मीणा का भी था।तत्कालीन कलेक्टर चिन्मयी गोपाल मौके पर पहुंच कर लायन आर्डर को संभाल तथा पीड़ित परिवार को रात्रिकालीन 12.30 बजें आन्दोलन कर्ताओं के बीच सहमति बनीं थी जिसमें 50 लाख का पैकेज एक संविधा नौकरी,डेयरी बूथ देने की घोषणा की गई थी।रामेश्वर प्रसाद चौधरी युवा प्रदेशाध्यक्ष किसान महापंचायत राजस्थान ने बताया की इसी प्रकार की घटना पर पप्पू लाल गुर्जर को भी न्याय दिलाने के लिए जिला कलेक्टर कल्पना अग्रवाल को मौके पर पहुंचकर पैकेज का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजना चाहिए तथा मृतक की अंत्येष्टि करवानी चाहिए।तीन दिवस गुजरने के उपरांत भी जिला कलेक्टर उपखंड अधिकारी के भरोसे आफिस में बैठकर इंतजार कर रहे हैं।
तीन दिवस उपरांत भी समझौता नहीं होने के कारण टोंक का प्रशासन फ़ैल नज़र आ रहा है इससे राज्य सरकार पर भी प्रश्न चिन्ह उठता है।
किसान महापंचायत द्वारा टोंक जिला कलेक्टर के उदासीनतापूर्ण रवैये की घोर निंदा करता है।