51 हज़ार सपनों को मिली उड़ान:Youth in Modi government’s job fair
शीतल निर्भीक
गोरखपुर।स्मार्ट हलचल/प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर में आयोजित रोज़गार मेला को संबोधित किया और 51,000 से अधिक युवाओं को विभिन्न विभागों में नियुक्ति पत्र वितरित किए। यह आयोजन सिर्फ सरकारी नौकरियों के वितरण का कार्यक्रम नहीं, बल्कि युवाओं को राष्ट्र निर्माण की धुरी बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा, “आज जिन युवाओं को नियुक्ति पत्र मिले हैं, उनके लिए यह सिर्फ एक नौकरी की शुरुआत नहीं, बल्कि ‘नागरिक प्रथम’ के सिद्धांत पर आधारित राष्ट्र सेवा का प्रवेश द्वार है।” उन्होंने कहा कि आज भारत की सबसे बड़ी ताक़त हमारी युवा शक्ति है, और सरकार इस शक्ति को देश की समृद्धि का इंजन बना रही है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि हाल में सरकार ने एक नई रोज़गार प्रोत्साहन योजना को मंज़ूरी दी है, जिसके अंतर्गत निजी क्षेत्र में पहली बार नौकरी पाने वाले युवाओं को सरकार द्वारा 15,000 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके लिए सरकार ने 1 लाख करोड़ रुपये का बजट तय किया है, जिससे करीब 3.5 करोड़ नौकरियां सृजित होने की उम्मीद है।
मोदी ने कहा कि भारत में स्टार्टअप, नवाचार और अनुसंधान का वातावरण देश के युवाओं की क्षमताओं को नए पंख दे रहा है। उन्होंने कहा कि “21वीं सदी में रोज़गार की प्रकृति बदल रही है। अब युवाओं को सरकारी नौकरियों के साथ-साथ निजी क्षेत्र, स्टार्टअप्स और वैश्विक प्लेटफार्म पर भी अपनी पहचान बनानी होगी।”
प्रधानमंत्री ने अपने हालिया पांच देशों के दौरे का ज़िक्र करते हुए बताया कि किस तरह वहां पर भारत के युवाओं की काबिलियत और भारत के प्रति आकर्षण देखा गया। उन्होंने कहा कि रक्षा, डिजिटल तकनीक, फार्मा और दुर्लभ खनिजों के क्षेत्रों में हुए समझौतों से भारतीय युवाओं को अंतरराष्ट्रीय अवसर प्राप्त होंगे।
मोदी ने मेक इन इंडिया और पीएलआई योजना की उपलब्धियां साझा करते हुए बताया कि केवल पीएलआई योजना से ही देश में 11 लाख से अधिक नौकरियां पैदा हुई हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग अब 11 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गई है, जो पहले से पांच गुना अधिक है। भारत अब मोबाइल निर्माण में वैश्विक केंद्र बन गया है।
रक्षा क्षेत्र में भी भारत आत्मनिर्भर बन रहा है और 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक का रक्षा उत्पादन कर चुका है। रेलवे और ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी भारी विदेशी निवेश आया है, जिससे लाखों युवाओं को नए अवसर मिले हैं।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान, उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना और नमो ड्रोन दीदी जैसी योजनाओं का ज़िक्र करते हुए बताया कि ये सिर्फ कल्याणकारी योजनाएं नहीं, बल्कि रोज़गार के सशक्त साधन भी हैं। उन्होंने बताया कि 12 करोड़ शौचालय, 10 करोड़ एलपीजी कनेक्शन, और सौर ऊर्जा प्रणाली ने लाखों लोगों को काम देने का काम किया है।
महिला सशक्तिकरण की दिशा में लखपति दीदी, बैंक सखी, कृषि सखी जैसी योजनाओं ने ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के ज़रिए रेहड़ी-पटरी वाले भी औपचारिक आर्थिक ढांचे का हिस्सा बन चुके हैं।
प्रधानमंत्री ने आईएलओ की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि पिछले 10 सालों में 90 करोड़ लोग सरकारी योजनाओं के दायरे में आए हैं और 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। उन्होंने कहा कि ये बदलाव बिना रोज़गार के मुमकिन नहीं होते।
गोरखपुर में पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा बीएलडब्ल्यू, वाराणसी के सिनेमा हॉल में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भारत सरकार की मंत्री अनुप्रिया पटेल ने 141 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर विधायक सुनील पटेल, मंडल रेल प्रबंधक विनीत कुमार श्रीवास्तव और विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारी उपस्थित रहे।
अपने भाषण में अनुप्रिया पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 47 स्थानों पर एक साथ रोजगार मेला आयोजित हुआ है। उन्होंने “नागरिक देवो भव” के मंत्र को दोहराते हुए युवाओं से राष्ट्र सेवा में पूरी निष्ठा से कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि यह नियुक्ति सिर्फ आपकी मेहनत नहीं, बल्कि परिवार और समाज के सहयोग का भी नतीजा है।
अंत में प्रधानमंत्री ने युवाओं से “विकसित भारत 2047” के लक्ष्य की प्राप्ति में नेतृत्वकारी भूमिका निभाने का आग्रह किया और सरकारी सेवा में आए सभी युवाओं को एक उज्ज्वल, उद्देश्यपूर्ण और राष्ट्रसमर्पित भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
पंकज कुमार सिंह, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर भी मौजूद रहे