सुनील बाजपेई
कानपुर/स्मार्ट हलचल /जीवन और मृत्यु इंसान के हाथ में नहीं बल्कि उस सत्ता के हाथ में होती है ,जिसे ईश्वर , अल्लाह या गॉड कहते हैं। कुल मिलाकर जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय जैसे इस आध्यात्मिक कथन की पुष्टि तब हुई जब नजीराबाद थाना क्षेत्र में आत्महत्या के इरादे से ट्रेन के आगे छलांग लगाने वाले युवक के पैर तो कट गए लेकिन मृत्यु तब भी नहीं हुई। उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आज मंगलवार की सुबह नजीराबाद थाना क्षेत्र में हुई इस घटना की वजह के बारे में अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है। पुलिस के मुताबिक छलांग लगाने युवक का नाम बसंत लाल बताया गया है। उसने आत्महत्या की कोशिश क्यों की इसकी वजह अभी तक पता नहीं चल पाई है।
जानकारी के मुताबिक नजीराबाद क्रॉसिंग के सामने आज मंगलवार को एक युवक ट्रेन के आगे कूद गया। वह यहां बाइक लेकर आया, फिर सड़क किनारे खड़ी की। उस समय तेज रफ्तार से ट्रेन भी चली आ रही थी .। वह जैसे ही पास आई। उसने छलांग लगा दी। युवक का धड़ रेलवे लाइन के दूसरी तरफ निकला।
उसके दोनों पैर कट गए। लेकिन, मौत नहीं हुई। इसके बाद ट्रेन को रोक लिया गया। पुलिस आई। उसको लेकर अस्पताल पहुंची। हालत गंभीर होने पर हैलट में भर्ती कराया गयाजहां उसकी हालत अभी खतरे से बाहर नहीं बताई गई है।
नजीराबाद थाना प्रभारी अमान सिंह ने बताया कि उसके जेब में मिले दस्तावेज से पहचान करने की कोशिश की की गई। इस दौरान उसका नाम बसंत लाल उम्र लगभग 40 साल निवासी दर्शन पुरवा पता चला है।
पुलिस ने बताया कि परिवारी जनों के सामने आने पर ही आत्महत्या का प्रयास किए जाने का सही कारण पता चल सकेगा। इस घटना से कोका-कोला क्रॉसिंग पर कई घंटे जाम भी लग रहा जिसे पुलिस ने बड़ी मुश्किल से खुलवाया।