मांडल — अनुसूचित जाति और जन जाति संगठन के लोगो ने संदेशखली की घटना के विरोध में और अपराधियो पर कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर राष्ट्रपति के नाम उपखण्ड अधिकारी मनोज को ज्ञापन सोपा । ज्ञापन में बताया गया संदेशखली में महिलाओं और बच्चों के साथ बर्बरता पूर्वक व्यवहार, यौन उत्पीड़न, मार-पीट की अनेकों घटनाएं लगातार निकलकर सामने आ रही हैं। केवल पश्चिम बंगाल प्रशासन और पुलिस विभाग की नाकामी का यह नमूना नहीं है, इसमे धार्मिक और राजनीतिक मुद्दे भी है। इन घटनाओं से पश्चिम बंगाल की महिलाओं एवं बच्चों की सुरक्षा की चिंताजनक स्थिति सामने आई है। स्थिति इतनी भयानक है कि कई दिनों से हो रहे अत्याचारों की घटनाओं के बाद भी पुलिस ने कोई एफआईआर दर्ज नहीं की थी। अनुसूचित जाति और जनजाति संगठन इसका विरोध करता है और साथ ही मांग करता है की लोकतंत्र में हो रहे महिला एवं मानवाधिकारों के उल्लंघन पर तुरंत कड़ी कारवाई कि जाय। सभी पीड़ित महिलाओं, बच्चों एवं परिवारों को सुरक्षा एवं आर्थिक सहायता तुरंत प्रदान की जाए। निष्पक्ष जांच के लिए इस मामले को दुसरे राज्य में स्थानांतरित किया जाएं आदि मांगो को लेकर राष्ट्रपती के नाम ज्ञाप दिया गया। ज्ञापन देने वालो में श्याम गिरी लादूलाल दुर्गाशंकर रामलाल मेजा देशराज आदि लोग रहें ।