हनुमान जी की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा 31 मई को,101 महिलाओ ने कलश धारण कर जल यात्रा निकाली
शाहपुरा@(किशन वैष्णव)गांव के समस्त रायका समाज गोवर्धनपुरा (ढाणी) के तत्वावधान में हनुमान जी की मुर्ति प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है । 101 कलशो की जलयात्रा के साथ श्री हनुमंत कथा की शुभारंभ हुआ। कथा वाचन पंडित शिव प्रकाश शास्त्री कर रहे हैं। महोत्सव में 31 मई अभिजित मुहूर्त में हनुमान जी महाराज की वेदिक मंत्रों के साथ मुर्ति प्राण प्रतिष्ठा होगी। इसके बाद कथा की पुर्णाहुति और महाप्रसाद का आयोजन होगा।
कथा के पहले दिन पंडित शिव प्रकाश शास्त्री जी ने हनुमान जी के जन्म और बचपन की लीलाओं का वर्णन किया। उन्होंने बताया कि हनुमान जी का बचपन का नाम मारुति था । एक दिन उन्हें भूख लगी। पास के पेड़ पर लाल फल दिखा। मारूति ने उन्हें खाने के लिए मुख में रख लिया। जबकि वह असल में सूर्यदेव थे । पंडित शिव प्रकाश शास्त्री ने बताया कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हनुमान जी भगवान शिव के 11वे रुद्र अवतार है। वहीं मयूर कोटा द्वारा कथा के बीच बीच में हनुमान जी के सुन्दर सुन्दर भजन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया एवं कथा में झाकीया सजाई गई। छोटे बालक को हनुमान जी के स्वरूप में सुसज्जित किया गया।कलश यात्रा शंकर भगवान के मंदिर से पाबू जी महाराज मंदिर तक भागवत प्रधान यजमान सावर लाल रेबारी ने धारण की।