पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भीलवाड़ा जिले में शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान के तहत सीएमएचओ के निर्देशन में गठित टीम ने ओआरएस के नाम से मिलते-जुलते नकली प्रोडक्ट बेचने वालों पर कार्रवाई की है। टीम ने कुल 650 पैकेट सीज किए, जिससे शहर के मेडिकल कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।
ओआरएस के नाम पर बेचे जा रहे थे डुप्लीकेट प्रोडक्ट
सीएमएचओ डॉ. रामकेश गुर्जर ने बताया कि शहर में ओआरएस के मिलते-जुलते नाम और डुप्लीकेट ब्रांड बेचे जाने की शिकायत मिली थी। इस पर टीम ने भोपालगंज स्थित रजत फार्मा पर छापा मारकर ‘ओआरएस’, ‘आर-ए लाइट’ और ‘ओआरएस प्रो लाइट’ के 290 पाउच जब्त किए। इसी तरह शुभम मेडिकल एजेंसी, सीताराम जी की बावड़ी, महेश कॉलोनी से ‘रेडी टू ड्रिंक प्रो लाइट’ के सैंपल लिए गए और ‘ओआरएस लाइट’ के 360 पाउच सीज किए। इसके अलावा जैन फार्मा, सोहन प्लाज़ा से भी ओआरएस का एक सैंपल लिया गया।
जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला अजमेर भेजे जाएंगे सैंपल
सभी सैंपल अब जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला, अजमेर भेजे जाएंगे। सीएमएचओ ने बताया कि रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम, 2006 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले में अभियान के तहत खाद्य पदार्थों में मिलावट पर लगातार सख्त कार्रवाई जारी है।
व्यापारियों को दिए निर्देश
डॉ. गुर्जर ने सभी खाद्य व्यापारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि :
. अपनी दुकान का लाइसेंस अनिवार्य रूप से लें और प्रदर्शित करें,
. खाद्य तेल व मसाले खुले में न रखें,
. दुकानों में स्वच्छता बनाए रखें,
.खाद्य सामग्री को ढककर रखें, और
फूड ग्रेड श्रेणी के पैकिंग मटेरियल का ही उपयोग करें।
नियमों का उल्लंघन करने पर होगी सख्त कार्रवाई
सीएमएचओ ने कहा कि यदि कोई व्यापारी इन निर्देशों की पालना नहीं करता, तो उसके खिलाफ खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, नागरिकों से अपील की गई है कि अगर कहीं भी मिलावटी या डुप्लीकेट खाद्य सामग्री तैयार या बेची जाती दिखे तो उसकी सूचना तुरंत कंट्रोल रूम में दें।


