मिर्जापुर के चुनार स्टेशन पर ट्रेन से कुचले गए 6 श्रद्धालु, कार्तिक पूर्णिमा की भीड़ में हादसा
गलत ओर से उतरकर ट्रैक पार करने की कोशिश; गुजर रही 12311 नेटाजी एक्सप्रेस (पूर्व में ‘कालका मेल’) की चपेट में आए लोग
कुछ श्रद्धालु गलत ओर से उतरकर ट्रैक पार करने लगे, तभी मुख्य लाइन से गुजर रही एक्सप्रेस ट्रेन—12311 नेटाजी एक्सप्रेस (पूर्व में ‘कालका मेल’)—ने उन्हें चपेट में ले लिया।
घटना में कम-से-कम 6 लोगों की मृत्यु हो गई, जबकि कुछ अन्य के घायल होने की सूचना है।
- हादसा सुबह लगभग 9:15–9:30 बजे के बीच होने की आशंका; भीड़ और अफरातफरी का माहौल।
- फुट-ओवर ब्रिज मौजूद होने के बावजूद ट्रैक पार करने की कोशिश, स्टेशन परिसर में भारी भीड़।
- रेलवे एवं पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम हेतु भेजा; घायलों का उपचार जारी।
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त कर त्वरित राहत व जांच के निर्देश दिए।
जानकारी के मुताबिक, कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर घाटों और स्टेशनों पर सुबह से ही भीड़ रही। इसी दौरान प्लेटफॉर्म पर पहुंची एक पैसेंजर ट्रेन से उतरे यात्री
सुविधाजनक निकास के बजाय सीधे ट्रैक की ओर बढ़ गए। उसी समय मुख्य लाइन से तेज़ रफ्तार में गुजर रही एक्सप्रेस ट्रेन आ गई और कई लोग उसकी चपेट में आ गए।
हादसे के तुरंत बाद स्टेशन पर हड़कंप मच गया और राहत-बचाव कार्य शुरू किया गया।
रेल सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों ने यात्रियों से अपील की है कि प्लेटफॉर्म पर हमेशा निर्धारित दिशा में उतरें, फुट-ओवर ब्रिज/सबवे का उपयोग करें और
किसी भी स्थिति में ट्रैक पार करने की कोशिश न करें। अधिकारियों का कहना है कि भीड़ के समय अतिरिक्त सतर्कता बरतना जीवन रक्षक साबित होता है।
प्रशासन की कार्रवाई
जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर सर्कुलेटिंग एरिया एवं प्लेटफॉर्म पर भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त बल तैनात करने की बात कही है।
साथ ही, सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से लगातार सेफ्टी अनाउंसमेंट जारी रखने और भीड़-भरे अवसरों पर बैरिकेडिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
नोट: जैसे-जैसे आधिकारिक बुलेटिन/रेलवे की जांच रिपोर्ट उपलब्ध होगी, संख्या और विवरण अपडेट किए जा सकते हैं।


