परिवार में सेंध:सीता सोरेन ने विधानसभा से भी त्यागपत्र दिया, बीजेपी में हो सकती हैं शामिल
राज्य में सियासी उठापठक। राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का आंतरिक कलह सामने आने लगा है। इसी क्रम में मंगलवार को पार्टी विधायक सीता सोरेन ने दल के महासचिव समेत प्राथमिक सदस्यता तक से त्यागपत्र दे दिया साथ ही झारखंड विधानसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है। सीता सोरेन ने अपना इस्तीफा झामुमो प्रमुख शिबू सोरेन को भेज दिया है।पार्टी सूत्रों की माने तो वो चम्पई सोरेन को सीएम बनाने से नाराज चल रही थी।
सीता सोरेन भाजपा का दामन थाम लिया है । मंगलवार को उन्होंने झामुमो के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया फिल्हाल सीता सोरेन दिल्ली में हैं और दो दिनों के बाद रांची लौटेंगी। जानकारी यह भी सामने आ रही है कि दुमका से भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं।
सीता सोरेन ने पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन को मेल के जरिए भेजे गए पत्र में आरोप लगाया है कि पार्टी और परिवार में उनकी लगातार उपेक्षा की जा रही है।
उन्होंने पत्र में लिखा है, “मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ भी एक गहरी साजिश रची जा रही है। मैं अत्यन्त दुःखी हूं। मैनें यह दृढ़ निश्चय किया है कि मुझे झारखंड मुक्ति मोर्चा और इस परिवार को छोड़ना होगा। अतः मैं अपनी प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं।”
उन्होंने शिबू सोरेन उर्फ गुरुजी को लिखे पत्र में कहा है, “आपके समक्ष अत्यन्त दुःखी हृदय के साथ अपना इस्तीफा प्रस्तुत कर रहीं हूं। मेरे पति दुर्गा सोरेन झारखंड आंदोलन के अग्रणी योद्धा और महान क्रांतिकारी थे। उनके निधन के बाद से ही मैं और मेरा परिवार लगातार उपेक्षा का शिकार रहे हैं। पार्टी और परिवार के सदस्यों द्वारा हमें अलग-थलग किया गया है, जो कि मेरे लिए अत्यन्त पीड़ादायक रहा है। मैंने उम्मीद की थी कि समय के साथ स्थितियां सुधरेंगी, परन्तु दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हुआ। झारखडं मुक्ति मोर्चा को मेरे पति ने अपने त्याग, समर्पण और नेतृत्व क्षमता के बल पर एक महान पार्टी बनाया था, आज वह पार्टी नहीं रही। मुझे यह देखकर गहरा दुःख होता है कि पार्टी अब उन लोगों के हाथों में चली गयी है, जिनके दृष्टिकोण और उद्देश्य हमारे मूल्यों और आदर्शों से मेल नहीं खाते।”