मुकेश खटीक
मंगरोप।बनास बचाओ आन्दोलन समिति ने राज्य सरकार से प्रदूषित औद्येागिक इकाईयो एवं जिन्दल के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।जल,जंगल व जमीन के संरक्षण को लेकर बनास बचाओ आन्दोलन समिति ने पर्यावरण को क्षति पहुंचाने एवं पर्यावरण के नाम पर संस्थाओं के जरिये पर्यावरण बचाने की सस्ती लोकप्रियता हासिल कर आमजन से झूठी पैरवी की कड़ी निंदा करते हुए कार्यवाही की मांग की है।साथ ही सरकार एवं जिला प्रशासन की संवेदनशीलता भी सवालिया घेरे में खड़ी है।बनास बचाओ आन्दोलन समिति के प्रदेश संयेाजक एवं सामाजिक कार्यकर्ता दयाराम दिव्य ने कहा है की औद्योगिक घरानो से जुडे कुछ लोग पर्यावरण संरक्षण के नाम पर भीलवाडा जिले से गुजर रही बनास नदी में प्रदूषित औद्योगिक इकाईयो से जल प्रवास के साथ ही पर्यावरण को क्षति पंहुचा रहे है।इनके द्वारा जल,जंगल व जमीन का जमकर दौहन किया जा रहा है सरकारी एवं माईनिंग अधिनियमों की धज्जिया उडाई जा रही है।ईस कृत्य में जिन्दल प्रमुख रूप से पर्यावरण का मुखर विरोधी बनकर के उभर रहा है ऐसी परिस्थिति में राजनितिक लाभ लेने एवं प्रशासन की सहानुभूति लेने के लिए कुछ चुनिन्दा लोग
राज्य में मुख्यमंत्री के भीलवाड़ा प्रवास के दौरान पर्यावरण संरक्षण के नाम पर नवगठित भाजपा सरकार कीे नजरो में सहानुभूति बटोरते हुए दिखाई दिए थे ऐसा करके ये लोग प्रदूषण एवं दोहन के काले कारनामों को छुपाना चाहते है जिसकी बनास बचाओ आन्दोलन समिति कडी निन्दा करती है।बनास बचाओ आन्दोलन समिति ने प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं केन्द्र सरकार को भेजेे ज्ञापन में आरोप लगाया कि लगातार 20 सालों के संघर्ष के बाद भी क्षेत्र की प्रोसेस हाउसो,प्रदूषित औ़द्योगिक इकाईयों एवं जिन्दल द्वारा पर्यावरण के खिलाफ बनास बचाओ आन्दोलन समिति की मुहिम को बार-बार विफल किया जा रहा है साथ ही सरकार एवं प्रशासन के आदेश की भी सरेआम धज्जियॉ उडाई जा रही है।राज्य की पूर्व सरकार के सानिध्य में भी जिन्दल द्वारा पर्यावरण एवं पौधारोपण के नाम पर लाखो बीघा जमीन पर वैध एवं अवैध तरीके से खनन किया जा रहा था जिससे हजारो काश्तकारो की कृषि योग्य जमीनों पर मलबे के बडे-बडे पहाड बना दिये गए थे जिससे तालाब,पोखर,आम रास्ते एवं मेजा बांध जैसे प्रमुख जलाशयो की नहरो तक को अवरुद्ध कर दिया गया है जिसके खिलाफ लगातार आन्दोलन एवं धरना प्रदर्शन होते रहे है।ज्ञापन द्वारा राज्य सरकार से अपील की है कि भीलवाडा के चित्तौड,उदयपुर एवं अजमेर रोड पर स्थित प्रोसेस हाउसो द्वारा बनास एवं कोठारी नदी में जल प्रदूषित एवं काले पानी को रोकने,जिन्दल द्वारा पर्यावरण को नष्ट कर किए जा रहे खनन की उच्च स्तरीय जांच कर पर्यावरण संरक्षण की सरकार की मुहिम को वास्तविकता प्रदान करने वहीं पर्यावरण के नाम पर फर्जी एंव छदम तरीके से सरकार एवं प्रशासन को ठेंगा दिखाने वाले औद्योगिक समूह मालिको एवं जिन्दल समूह सहित अन्य जिले में खनन समूह के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई।