नई दिल्ली: स्मार्ट हलचल/ऑल असम राभा छात्र संस्था ने राष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में किया, जिसमें राभा समुदाय के भूमि अधिकार, स्व-नियमन और संवैधानिक दर्जे पर चर्चा हुई।कार्यक्रम की शुरुआत ऑल असम राभा छात्र संस्था के अध्यक्ष ने की। मुख्य अतिथि के रूप में दिलीप शैकिया, सांसद, ओडालगुरी लोकसभा क्षेत्र, दरंग ने अपने विचार साझा किए।
इस संगोष्ठी में कई प्रमुख वक्ताओं ने अपने विचार साझा किए, जिनमें निरुपम चाकमा, सदस्य, राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग, समुज्जल कुमार भट्टाचार्य, सलाहकार, ऑल असम छात्र संघ, डॉ. रक्तिम पाटर, एसोसिएट प्रोफेसर, जवाहरलाल विश्वविद्यालय, सुहास चाकमा, आदित्य खाकलारी शामिल थे।
बता दे कि राभा समुदाय लंबे समय से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहा है। इस संगोष्ठी में समुदाय की मांगों पर चर्चा हुई, जिनमें छठी अनुसूची के तहत स्वायत्त परिषद की मांग प्रमुख है। इस मौके पर संगोष्ठी के अध्यक्ष कर रहे राभा हासोंग ऑटोनॉमस काउंसिल के मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष टांकेश्वर राभा ने इस संगोष्ठी के