बानसूर। स्मार्ट हलचल/कस्बे के निकटवर्ती हमीरपुर निवासी फर्जी आईपीएस सुनील कुमार को धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार करनें में प्रागपुरा थाना पुलिस ने सफलता हांसिल की हैं। आपको बता दें आरोपी युवक ने खुद को आईपीएस अधिकारी बताकर पावटा की राठी कॉलोनी में एक लड़की से सगाई कर ली और फिर लड़की पक्ष से महंगे उपहार व कीमती जेवरात भी ले लिए। आईपीएस होने के चलते लड़की पक्ष भी खुश था कि बेटी को अच्छा जीवनसाथी मिला है वो जीवनभर खुश रहेगी। लेकिन झूठ की बुनियाद पर बना यह रिश्ता महज आठ महीने में ही टूट गया। जब लड़की के पिता को सच्चाई पता चली तो सारे अरमान बिखर गए। जिस जवाई को पंजाब कैडर का आईपीएस अफसर मान रहे थे वो 03 माह से मंसूरी में रहकर परचून की दुकान में काम करता था और दिन में समय निकाल कर आईपीएस ट्रेनिंग सेंटर के बाहर जाकर खुद के फोटो लेकर सोशल मीडिया के जरिये ससुराल पक्ष व अन्य जान पहचान वालो को भेजता था। लड़की पक्ष को जब हकीकत पता चली तो वे प्रागपुरा थाने पहुंचे और आपबीती बताते हुए धोखाधड़ी का मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार लड़के की बातों में आकर लड़की पक्ष वालों ने विश्वास करके 12 सितम्बर 2021 को अपनी लड़की का हिन्दू रीति रिवाज से आरोपी के साथ रिश्ता तय कर दिया। रिश्ते के दौरान इनके पूरे परिवार व रिश्तेदारों के लगभग 50-60 पेंट-शर्ट, 50- 60 साड़ी एंव चांदी की अंगुठी, चांदी की भारी चेन व 55,000 रुपए देकर मान सम्मान भी किया। थानाधिकारी राजेश मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि 07 फरवरी 2024 को पावटा की राठी कॉलोनी निवासी परिवादी बद्री प्रसाद ने मामला दर्ज करवाया था। परिवादी ने रिपोर्ट में बताया कि वो अपनी लड़की की सगाई के लिए लड़का तलाश रहे थे। तभी वर्ष 2021 में समाज के लोगों के जरिये वे बानसूर क्षेत्र हमीरपुर थाना हरसौरा निवासी सुनील कुमार पुत्र मूलचंद सांखला के घर पहुंचे। बातचीत में सुनील ने पहले तो खुद कों राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल के पद पर कोटा में तीन माह तक नौकरी करना बताया और फिर इनकम टैक्स में सलेक्शन होने से रिजाइन देना बताते हुए इनकम टैक्स ऑफिसर के पद पर 07 सितम्बर 2021 को अलवर में ड्यूटी जॉइन करना बताया। लेकिन परिवादी का बेटा अमित अपने दोस्त इंद्राज सैनी व रिश्तेदार सत्यनारायण कनौजिया के साथ घुमने गए तो पता चला कि सुनील कुमार ने फर्जी आईपीएस बनकर सगाई कर ली है। सुनील किसी नौकरी में नहीं है। लड़की पक्ष ने खुद को धोखाधड़ी का शिकार होने का यकीन होने पर वर पक्ष को शिकायत की। उपहार में दिए सामान व नकदी आदि लौटाने को कहा, लेकिन सुनील व अन्य ने सगाई के दौरान दिया सामान वापस देने से मना कर दिया। वह पंजाब राज्य में प्रकाशित अखबारों को ऐप के जरिए एडिट कर अपना नाम सुनील कुमार आईपीएस बताता और मॉडीफाइड कर कटिंग ससुराल वालों को भेजता रहता था। पुलिस टीम ने घटना में शामिल सुनील कुमार पुत्र मूलचंद धोबी निवासी धोबियों की ढाणी तन हम्मीरपुर थाना हरसौरा को गिरफ्तार किया हैं।