:- महिलाएं शिर पर कलश धारण कर निकली शोभायात्रा में उमड़ा हुजुम, ग्रामीणों ने बरसाए फूल
:- सभी संगठनों ने किया भव्य स्वागत
:- व्यक्ति को अपना भव बदलना है तो पहले भाव बदलें: लक्ष्मणदासजी महाराज
:- विशाल भजन संख्या आज
राजेन्द्र बबलू पोखरना
कोटड़ी
स्मार्ट हलचल|मुख्यालय स्थित श्रीसुरभी गौ तीर्थधाम श्रीदेवनारायण गोशाला में धन्वन्तरी गौ चिकित्सालय निर्माण के सहयागार्थ श्रीमद भागवत कथा ज्ञान गंगा महोत्सव का आगाज रविवार को पहले दिन भव्य कलश शोभायात्रा के साथ हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाओं ने श्री चारभुजानाथ मन्दिर परिसर में सिर पर सजेधजे मिट्टी के कलश पानी भर कर सिर पर धारण कर रवाना हुए। कस्बे में जिस मोहल्ले में शोभायात्रा निकली भगवान के जयकारों से वातावरण गूंज उठा। सुबह से ही चारभुजानाथ मन्दिर में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया। भगवान श्रीराम, भारतमाता सहित अनेक प्रकार की झांकियों में सजे बच्चे बेलगाड़ी में विराजमान हो कर निकले। श्रद्धालु बेण्ड बाजों तथा ढ़ोल व मसक बेण्ड की थाप पर नाचते गाते आयोजन स्थल देवनारायण गोशाला में बने विशाल पाण्डाल पंहुचे जहां शोभायात्रा सभा में परिवर्तित हो गई। विशाल शोभायात्रा में महिलाओं ने सिर पर कलश धारण कर लम्बी दूरी होने के बावजूद नंगे पैर गो तीर्थ धाम के यहां आयोजित होने वाले सात दिवसीय भागवत कथा स्थल पर पंहुचे। गोमाता की पूजा अर्चना की गई। शोभायात्रा में बेण्ड बाजे, मसक बेण्ड अलगोजा पर श्रद्धालुओं ने खूब नाचने का आनन्द लिया। रास्ते में भाजपा मण्डल अध्यक्ष प्रहलाद सेन के नेतृत्व में चोकी के मन्दिर पर स्वागत किया गया। वहीं श्रीचारभुजा मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया व पदाधिकारियों ने मन्दिर के बाहर पुष्प हार से अभिवादन किया। जबकि करणी सेना, जैन, माहेश्वरी, ब्राह्मण, टेलर, वैष्णव, सोनी सहित अनेक समाज ने पलक पावड़े बिछाते हुए भव्य स्वागत किया। महिलाओं की जबरदस्त भीड़ उमड़ने से पूरा कस्बा धर्ममय हो गया। शोभायात्रा में घोड़े, बेलगाडियां व प्रभातफेरी के सदस्य अपनी टोलियों के साथ गाते-बजाते चल रहे थे। वहीं कथा वाचक गौवत्स राधाकृष्ण महाराज भी बेलगाड़ी में सवार हो कर सभी भक्तों का अभिवादन स्वीकार कर रहे थे। विशाल शोभायात्रा के बाद कथा का शुभारंभ हुआ। गोशाला सेवा समिति के अध्यक्ष लादू लाल जाट ने बताया कि सात दिवसीय ज्ञान गंगा महोत्सव में प्रतिदिन दोपहर 12 से 3 बजे तक कथा होगी। वहीं सोमवार को रात्री 8 बजे से विशाल भजन संध्या आयोजित की जाएगी। एक शाम गौ माता के नाम विशाल भजन संध्या में गोभक्त गायककार ओम मुण्डेल भजनों की प्रस्तूति देंगे। शोभायात्रा व कथा के दोरान जहाजपुर विधायक गोपी चन्द मीणा, भाजपा कोटड़ी मण्डल अध्यक्ष प्रहलाद सेन, पारोली मण्डल अध्यक्ष अशोक शर्मा, पूर्व प्रधान जमना लाल डीडवानिया, पूर्व मण्डल अध्यक्ष कन्हैया लाल जाट, अमर चन्द गाडरी, माहेश्वरी समाज के तहसील अध्यक्ष शिवनारायण काबरा, चारभुजा मन्दिर ट्रस्ट के अध्यक्ष सुदर्शन गाड़ोदिया सहित अनेक जनप्रतिनिधि व संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। कथा की व्यवस्था में देवनारायण गोशाला समिति के अध्यक्ष लादू लाल जाट, सचिव गोपाल कुम्हार, भंवर लाल भाम्बी, पवन कुमार, प्रकाश पोखरना, केदार मून्दड़ा, गोपाल गाडरी, ओम पालीवाल, राजेन्द्र काबरा, शिव सुथार, सम्पत माली सहित पदाधिकारियों व सदस्यों ने गौ कथा के दौरान उपस्थित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी निभाई।
व्यक्ति को अपना भव बदलना है तो पहले भाव बदलें: लक्ष्मणदासजी महाराज
श्रीमद् भागवत कथा के पहले दिन कथावाचक गौवत्स राधाकृष्ण महाराज की तबियत ठीक नहीं होने से उनके साथकथा स्थल पर पंहुचे वृन्दावन के लक्ष्मणदास महाराज ने कथा करते हुए कहा कि मनुष्य जीवन दुर्लभ मिलता है। इस भव को उत्तम बनाने के लिए अपने आचार-विचार को सही करें। मानव जीवन तो मिल जाता है परन्तु उसे मनुष्य बनने के लिए धर्म को अंगीकार कर भगवान की वाणी श्रवण करने में लगाएं। मानव जीवन में उत्थान ओर पतन में स्वयं के कर्तव्य ही काम आते है। भागवत कथा में पंहुचे तो श्रोता बन कर आएं सादागर बन कर नहीं। व्यक्ति धर्मसभा में पंहुच कर उसके अच्छे बुरे के बारे में सोचता है जबकि भगवान की वाणी ही व्यक्ति को भव पार कराने में काम आती है। भक्त को भगवान बनना है तो भागवत कथा श्रवण कर अपने जीवन के अवगुणों को त्याग कर सत्मार्ग पर चलना पड़ेगा। कथा के दौरान अनेक भजनों पर उपस्थित श्रद्धालु नाचने लगे।