सवाईपुर ( सांवर वैष्णव ):- सवाईपुर कस्बे में एक शाम चारभुजा नाथ के नाम विशाल भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें एक से बढ़कर एक भक्तिमय भजनों की प्रस्तुतियां दी । सत्यनारायण वैष्णव ने बताया कि एक शाम चारभुजा के नाम विशाल भजन संध्या का आयोजन किया, जिसमें घनश्याम वैष्णव सातोला का खेड़ा ने गणपति वंदना व गुरु वंदना के साथ भजन संध्या की शुरुआत की, इसके बाद फुलडा लादे रे मालिका मारे घर आवेला भगवान…व कोटड़ी रा श्याम ने खम्मा खम्मा…. भजन की प्रस्तुति दी । इसके बाद भंवर दास ढ़ेलाणा ने प्यारी लागे रे सांवरिया थाकी मुकुट मणी… आदि भजनों की प्रस्तुतियां दी । पन्नालाल सालवी सोपुरा ने सुवा बिरा रे बोली तो थारी मिठी गणी लागे… व बगड़ावत गाथा का वाचन किया । भगवान दास भाखलिया ने आगी राम लखन की जोडी दर्शन करले केवटिया… व भैरूजी नाना वो बाजे घुंघरा… भजनों की प्रस्तुतियां दी । लाल दास सातोला का खेड़ा ने राम शरण तेरी आयो… व रथ को रोकत जाय जटायु… आदि भजनों की प्रस्तुतियां दी । कैलाश लुहार सवाईपुर ने मेरी झोपडी के भाग आज खुल जायेंगे… की प्रस्तुति दी । सांवरमल वैष्णव ढ़ेलाणा ने चाल चाल मारी नानी बाई कलश बंदाओ ये बिरो थारो आयो ये…, व झालर सख नगाड़ा बाजा रे सालासर के मंदिर में हनुमान बिराजे ये भजनों की प्रस्तुतियां दी । गोपाल वैष्णव ठेठवास ने रुत आया बोले मोरा मारा श्याम बिना जीव थोड़ा… आदि भजनों की प्रस्तुतियां दी । भक्तिमय भजनों पर भक्तगण झुमने लगे, भजन संध्या भौर तक चली
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