पुनित चपलोत
भीलवाड़ा । भारतीय मजदूर संघ और राजस्थान आंगनबाड़ी कर्मचारी महासंघ के बैनर तले मंगलवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने सात सूत्रीय मांगों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया। संघ ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वे उग्र आंदोलन और भूख हड़ताल पर उतरेंगे। इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। भामस जिलाध्यक्ष रजनी शक्तावत ने कहा कि उनकी सात सूत्रीय मांगे हैं। इन्हीं को लेकर मंगलवार को प्रदेशभर के साथ ही भीलवाड़ा में भी मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। उनकी सरकार से मांग, आंगनबाड़ी कर्मियों का मानदेय न्यूनतमन मजदूरी के रूप में 18 हजार रुपये मासिक दिलाया जाये। मानदेय एक साथ प्रतिमाह एक मुश्त जमा करवाया जाये, सेवानिवृत्ति पर ग्रुच्युटी के रूप में तीन लाख रुपये व पेंशन के 5 हजार रुपये दिलाये जाये, एन.टी.टी.टीचर के स्थान पर आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को लगाया जाये, पूर्व की भांति तकनीकी सहायकों को पुनः लगाया जावें, आंगनबाडी केन्द्रो पर दिया जा रहा पोषाहार काफी घटिया एवं बदबूदार है जिसको खाने से बच्चो बीमार होने का भय बना रहता है, ऐसे में गुणवत्तापूर्ण पोषाहार दिया जाये और मोबाइल रिचार्ज की बढ़ी हुई राशि देने की मांग शामिल हैं।
शक्तावत ने कहा कि वे, पूर्व में भी कई बार ज्ञापन देकर सरकार का ध्यान अपनी मांगों की ओर आकृष्ट कर चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ध्यान इन मांगों पर नहीं दिया गया है। शक्तावत ने चेतावनी दी है कि इस ज्ञापन के बाद अगर सरकार उनकी मांगे नहीं मानती है तो वे उग्र आंदोलन को तैयार हैं और जल्द ही भूख हड़ताल करेंगे। इसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस प्रदर्शन में भामस के पदाधिकारी व आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शामिल थी।
ज्ञापन में शिवजी गारू व कन्हैया लाल माली, सपना चौधरी, मंजू पाण्डे, सावित्री व्यास रंजना चौधरी वीना भट्ट, पदमा शर्मा, गीता शर्मा, शकुन्तला श्रृंगी, बृजमाला शर्मा, ममता बलाई, राज भँवर, चन्दा प्रजापत, रेखा शर्मा, आशा भट्ट एवम् सैकडो की संख्या में बहनें उपस्थित थी ।