आसीन्द- राजस्थान के आसीन्द क्षेत्र के बाबा भूतनाथ धाम महाकाल आश्रम बारणी गाँव में सोलह दिवसीय सहस्त्रधारा महायज्ञ हो रहा है जिसमें 31 फुट गहरे हवन कुंड पर 11 किलो चाँदी के कलश की स्थापना की गई और उसमें 108 छिद्र किये गए उसको पूरा देसी घी से भरा जाता है और जैसे ही चाँदी का कलश ख़ाली होने लगता है उसको पुनः घी से भर दिया जाता है और यह क्रम लगातार 16 दिन तक चलेगा वही रात्रि में भी महाराज द्वारा आहूती दी जाती है
सहस्त्रधारा महायज्ञ में 16 दिन तक 31 फुट गहरे हवन कुंड में चाँदी की कलश में 108 छिद्रों से लगातार देसी घी से यज्ञ में आहुति दी जा रही चाँदी के कलश में लगातार घी डाला जा रहा है बाबा भूतनाथ धाम महाकाल आश्रम बारणी मे योगी बाबा बम बम नाथ महाराज मंत्र उपचार के द्वारा आहुती डाल रहे हैं
उज्जैन के प्रसिद्ध तपस्वी योगी बाबा बम बम नाथ महाराज ने बताया कि सहस्त्रधारा महायज्ञ 12 महायज्ञ संपन्न हो चुके हैं एवं 13 वाँ महायज्ञ बारणी में हो रहा है
इससे पूर्व 7 महायज्ञ उज्जैन में चार इन्दौर में है और एक साल पूर्व बारणी में हो चुका है और तेरहवाँ महायज्ञ भी बारणी में सम्पन्न होने जा रहा है योगी बम बम नाथ महाराज ने बताया कि उज्जैन के चक्रतीर्थ शमशान में कई वर्षों तक तपस्या की और प्रतिदिन उज्जैन महाकाल के दर्शन करते थे और भगवान महाकाल की आज्ञा से विश्व के कल्याण एवं सनातन धर्म की रक्षा प्रचार प्रसार के लिए यह महायज्ञ किया जा रहा है
इस यज्ञ की आहुती से 31 फुट गहरे यज्ञ कुंड से पाताल लोक में पहुँचती है और उससे उत्पन्न धुएँ से धरती और आकाश में वातावरण शुद्ध एवं पवित्र होता है
सहस्त्रधारा महायज्ञ 8 अप्रैल से शुरू हुआ और 23 अप्रैल को पूर्णाहुति होगी
महाकाल आश्रम में नर्मदा नदी से प्राप्त चमत्कारिक साढ़े 12 फ़ीट ऊँचा एवं आठ फ़ीट चौड़ा विशालकाय शिवलिंग स्थापित है जो कि राजस्थान का सबसे बड़ा शिवलिंग माना जाता है
इस शिवलिंग पर बाबा बम बम नाथ महाराज द्वारा उज्जैन के श्मशान से लाई गई चिता भस्म से भस्म आरती की जाती है जो अत्यंत अद्भुत होती है शिवलिंग की सुबह एवं शाम विशेष पूजा अर्चना होती है एवं उसका विषेश श्रृंगार भी किया जाता है
आश्रम का निर्माण जोधपुर के पत्थरों से किया जा रहा है एवं आश्रम के तीन बड़े प्रवेश द्वार भी बनाए जा रहे हैं आश्रम में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु के लिए रोज़ाना भोजन प्रसाद की व्यवस्था होती है यहाँ पर हज़ारों श्रद्धालु प्रसाद पाते हैं ।