आसींद । पर्यावरण स्वीकृति की अनुपालन में पौधारोपण अभियान का आगाज आज बजरी लीजधारक अभिषेक चौधरी के सानिध्य में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय आकड़सादा में किया गया। अभिषेक चौधरी ने बताया कि पौधारोपण को आज लोगों ने पर्यावरण के साथ-साथ अपने भविष्य व अगली पीढ़ी की समृद्धि से भी जोड़ दिया है। यही कारण है कि बीते एक दशक में यह एक अभियान का रूप ले लिया है। भले ही पर्यावरण संरक्षण के नाम पर लोग पौधारोपण करते हैं, लेकिन उनके अंदर उस वृक्ष के सहारे भविष्य को सहेजने की कामना अवश्य रहती है। शहर से गांव तक धीरे- धीरे पेड़ पौधों की संख्या बढ़ने लगी है। अधिकांश लोगों ने अपने हाथों से पौधा अवश्य लगाया है। किसी ने एक-दो तो किसी ने अपने जीवन में सैकड़ों पौधे लगाए हैं। ऐसे लोगों की संख्या कम है,जिन्होंने आज तक एक भी पेड़ ना लगाया हो। क्षेत्र के कई समाजसेवी आज भी पर्यावरण संरक्षण का बैनर थामे लोगों को पौधरोपण पर जोर दे रहे हैं। वही कई भाग्यशाली को उनके पूर्वजों द्वारा लगाए गए बगीचा से समृद्धि का द्वार खुला है। वर्षों से पर्यावरण संरक्षण का जिम्मा थामें बजरी लीज धारक पौधों को बहुउपयोगी बताते हुए अपने बच्चों की तरह सहेजने की शिक्षा देते हैं। उन्होंने कहा जिस तरह बुजुर्ग होने पर बच्चे अपने माता-पिता की सेवा करते हैं। उसी प्रकार पेड़ पौधे भी विभिन्न रूपों में लोगों की सेवा देते हैं। जिसमें मुख्य प्राणवायु व पर्यावरण संतुलन के साथ-साथ आमदनी का भी जरिया बनते है। चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महा अभियान का जगह-जगह आयोजन हो रहा है जिसके तहत पर्यावरण स्वीकृति की अनुपालन में 12 हजार पौधा लगाने का जो संकल्प लिया वह आज पूरा हो गया बजरी लीज धारक द्वारा आसींद कस्बे में 12 हजार पौधे लगाकर उनकी सुरक्षा की जिम्मा लिया है इस मौके पर समाजसेवी हिंदू गुर्जर सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।