नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं व अभिभावकों ने सरस्वती पूजन कर यज्ञ में दी आहुतियां
रायपुर 2 फरवरी । भारतीय संस्कृति में 16 संस्कार बताए गए हैं जिसमें विद्यारंभ संस्कार सबसे बड़ा संस्कार माना गया है। यह प्रतिवर्ष बसंत पंचमी को मनाया जाता है। नगर में संचालित आदर्श विद्या मंदिर रायपुर द्वारा बसंत पंचमी के उपलक्ष में सरस्वती माता का जन्मदिन उत्सव मनाया गया। प्रधानाचार्य विजय सिंह चुंडावत ने बताया कि हर वर्ष की भांति बसंत पंचमी पर नवीन प्रवेश उत्सव मनाया जाता है इसमें तीन वर्ष से 5 वर्ष तक के भैया बहनों का विद्यालय में विद्यारंभ संस्कार किया जाता है और सभी भैया बहनों द्वारा सेवानिधि संग्रहित की जाती है जो डूंगरपुर बांसवाड़ा में एकल विद्यालय संचालन हेतु भेजी जाती है। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष राधेश्याम काबरा द्वारा विद्यारंभ संस्कार करने वाले भैया बहनों का माला व तिलक लगाकर पाटी पूजन करवाया गया। मां सरस्वती के समक्ष यज्ञ, हवन आदि कार्यक्रम किया गया ।
कार्यक्रम में भेरूलाल कुम्हार ,कानापूरी , पप्पू पुरी, भूपेंद्र सिंह, गौरव शर्मा, श्यामलाल कुमावत, सरोज शर्मा, शीला छीपा, नीलम छीपा , सीमा चंदेल, गीता दीदी , मनु दीदी आदि उपस्थित थे। आदर्श विद्या मंदिर के पूर्व आचार्य पंडित विकास दाधीच द्वारा यज्ञ कार्य संपन्न करवाया गया।