ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौपा ज्ञापन
बानसूर । स्मार्ट हलचल/बासदयाल थाने के स्थानांतरण का मामला तूल पकड़ता जा रहा हैं। मंगलवार को पूर्व मंत्री शकुंतला रावत की प्रेस कांफ्रेंस के बाद बुधवार को ग्रामीणों ने नारायणपुर उपखंड अधिकारी लक्ष्मी नारायण बुनकर को मुख्य्मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर बास दयाल थाने को यथावत रखने की मांग करी है। सरपंच श्रवण देवी नें जानकारी देते हुए बताया कि राजस्थान सरकार ने अपने बजट 2023-24 में नारायणपुर उपखंड के राजस्व ग्राम बास दयाल में थाना खोलने की घोषणा की गई थीं और पिछले डेढ़ साल से बास दयाल में पुलिस थाना संचालित है।भौगोलिक दृष्टि से भी बास दयाल से बानसूर 16 किलोमीटर,नारायणपुर 18 और कोटपुतली 15 किलोमीटर की दूरी पर हैं और बास दयाल इन तीनों के बीचों बीच स्थित है। यहां पहले अपराधिक प्रवृति के असामाजिक तत्व आए दिन आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते रहते थे। आए दिन गुंडा गर्दी,लूटपाट और बडी घटनाओं को अंजाम देते थे। लेकिन बास दयाल में थाना खुलने के बाद यहां आपराधिक घटनाओं पर रोक लगी है। बास दयाल थाना क्षेत्र में 38 गांव और 14 ग्राम पंचायतें शामिल है। उन्होंने बताया कि सरकार बदलने के बाद राजनितिक द्वेषता के कारण अब बास दयाल थाने को कराना स्थानांतरण करने के आदेश गृह विभाग द्वारा जारी किए गए है। ग्रामीणों ने बास दयाल थाने को यथावत रखा रखनें की सरकार से मांग करी हैं। ग्रामीणों ने कहा कि अगर सरकार हमारी मांग को नहीं मानती है तो वह आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। तो वहीं पूर्व उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने भी ग्रामीणों की मांग को अपना समर्थन दिया है। रावत ने कहा कि बास दयाल क्षेत्र कोटपूतली व बानसूर तहसील की सीमा व नदि से सटा हुआ गांव है वहां अपराधिक घटनाएं अधिक घटित होती थी इसलिए कांग्रेस राज में यहां थाना खोला गया था जिसके बाद वहां अपराधिक घटनाओं में गिरावट आई थी। अगर सरकार को करना ही है तो कराना में एडिशनल एसपी कार्यालय या डीएसपी कार्यालय खोले जिसका हम भी स्वागत करेंगे। इस मौके पर सरपंच श्रवण देवी, रामस्वरूप, प्रदीप, महेश कुमार , बाबूलाल, मालाराम, कर्ण सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजुद रहे।