पवन बावरी
भीलवाड़ा । शहर के आजाद नगर सेक्टर नंबर बि में एक अजीबो गरीब मामला सामने आया है यहां एक सरकारी कर्मचारी महिला ने 80 से ज्यादा श्वान को पाल रखा हैं कॉलोनी वासियों का कहना है कि यह महिला घर के अंदर ही रहती है और दिमागी से शायको है आवारा श्वान का नहीं पालने के लिए विरोध किया मगर महिला ने कोर्ट में जाने का डर बता कर बच जाती है । सोमवार को सभी कॉलोनी के युवाओं ओर निवासियों ने जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बहार प्रदर्शन करके कलेक्टर को अवगत करवाया। कलेक्टर ने शक्ति दिखाते हुए नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा सभी श्वानो का रेस्क्यू किया। हालात तब खराब हो चुके थे जब निगम के कर्मचारियों ने घर खोलकर देखा तो उनकी आँखें फटी की फटी रहे गई घर के अंदर मृत श्वानो के कंकाल और हड्डियां देखी ओर पूरा घर बदबू मार रहा था। मौके पर प्रताप नगर थाना पुलिस पहुंची और महिला को डिटेन किया पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है कि उसने इतने सारे श्वान घर में क्यों पाले। वहीं बदबू पूरी कॉलोनी में दूर दूर तक फैल चुकी थी वहां रुकना भी दुश्वर हो गया। घर के भीतर महिला ने श्वानो को खिलाने के लिए भारी मात्रा में मांस भी रखा हुआ था। श्वानो को रेस्क्यू करते करते कर्मचारियों के भी हाथ पैर फूलते हुवे नजर आए।
15 साल से आवारा कुत्तों को पालती है महिला
कॉलोनी वासियों का कहना है कि 15 सालों से यह महिला कुत्तों को पालती है ना जाने कहा से लाती है और घर में बनाए हुवे कमरे में छोड़ देती है। लंबे समय से कमरे में बंद रहने के बाद कई कुत्तों की मौत हो जाती है जिनके मांस को भी पाले हुवे कुत्तों को खिला देती है।
घर के भीतर कुत्तों के साथ रहती थी महिला
कॉलोनी वासियों के अनुसार महिला उसी घर में रहती थी जहां उसने कुत्ते पाल रखे थे वहीं सोती और वहीं खाना बनाकर खाती है मगर सवाल यहां खड़ा हो जाता है कि महिला आवारा कुत्तों के साथ कैसे रहती होगी वहीं घर में जब हमने बारीकी से जांच पड़ताल की तो पता चला कि मरे हुवे कुत्तों को भी घर में जला देती थी
आवारा कुत्तों ने कई कॉलोनी वासियों को किए घायल
कॉलोनी वासियों ने कहा कि मृत गायों ओर जानवरों को घर में लेजाकर उनके मांस को कुत्तों को खिलाती थी महिला वही इन आवारा कुत्तों ने कई बार छोटे बच्चों ओर बहार टहलने वाले को काट लेते थे इससे कॉलोनी के आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हुवे हैं।
गैस की टंकिया ओर जले मिले कपड़े और बिस्तर
जब हमने कठोर मन से अंदर जाने की हिम्मत जुटाई हमने जब अंदर देखा तो गैस की टंकिया और जले हुए बिस्तर ओर कपड़े दिखे वही कमरों में कुत्तों का भरमार था और भूख से तड़पकर एक दूसरे को काट रहे थे ।
कॉलोनी वासियों ने कई बार अवगत करवाने के बावजूद नहीं हुई कार्यवाही, महिला कोर्ट की देती थी धमकी
कॉलोनी वासियों का कहना हे कि हमने परेशान होकर कई बार निगम और पार्षद को अवगत करवाया मगर किसी भी तरह की कारवाही नहीं हुई पार्षद का कहना है कि लिखित में हमने कई बार दिया मगर कोई कार्यवाही नहीं होती एक बार कार्यवाही हुई महिला हर बार कोर्ट की धमकी देती है और कहती है कि में ज्यादा करोगे तो इससे ज्यादा कुत्ते लाकर छोड़ दूंगी। इसलिए अपने हिसाब से रहो।
साइको महिला कुत्तों के साथ खाना खाती थी और पानी पीती थी
लोगों का कहना की यह महिला पूरे दिन भर घर के भीतर रहती थी और कुत्तों के साथ खाना खाती थी वह पानी पीती थी यह घर से बाहर नहीं निकलती थी और आवारा कुत्ते घर बहार मांस लेकर आ जाते थे।


