रोहित सोनी
आसींद । रविवार 20 अक्टूबर को ब्राह्मणों की सरेरी में विजयादशमी संचलन 9:40 से प्रारंभ होकर 10:20 पर सिखवाल समाज के नोहरे में संपन्न हुआ । संचलन में 325 स्वयंसेवक घोष की धुन पर कदम से कदम मिलाते चलते हुए देखे गए। कार्यक्रम में अध्यक्षीय उद्बोधन में बोलते हुए मधुबाला व्यास ने मातृशक्ति को स्वप्रेरणा से आत्मरक्षा करने पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चित्तौड़ प्रांत के सह बौद्धिक शिक्षण प्रमुख पवन भाई ने संघ स्थापना का उद्देश्य बताते हुए कहा कि हिंदुओं में संघ स्थापना के समय इस तरह का विरोधाभास हो गया था कि चार लोग भी मुर्दा को कंधे पर रखे हुए एक साथ चल सकते थे बाकी हिंदू एकता समाप्त प्राय हो गई थी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्वाधीनता को स्थाई बनाए रखने, राष्ट्रउत्थान, भारत माता की जय व राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचाने हेतु स्वयंसेवकों में राष्ट्र भक्ति के भाव के स्थायित्व हेतु कार्य करता है समाज में सामाजिक समरसता बढ़े, प्रत्येक हिंदू का घर आदर्श कर कैसे बने पर्यावरण संरक्षण हेतु कृषि में रसायन एवं कीटनाशकों का न्यूनतम प्रयोग, सभी नागरिकों को नागरिक शिष्टाचारों के पालन करने पर जोर देते हुए बताया कि हमें केवल अपने कर्तव्य का पालन करते रहना है अधिकार स्वतःसुरक्षित होते जाएंगे। संघ अपनी स्थापना के 100वे वर्ष में प्रवेश कर रहा है अतः सभी स्वयंसेवकों का कर्तव्य है कि समाज के अंतिम घर तक संघ के भाव पहुंचे। संघ में समाज को एकरस करना स्वयंसेवकों का दायित्व है खंड संघ चालक रामगोपाल शर्मा ने सभी का आभार जताया इस अवसर पर विभाग गौ सेवा संयोजक घासी राम जाट जिला कार्यवाह कमल किशोर टेलर व जिला कार्यकारिणी के सुनील सर्वा,महावीर गुर्जर,लक्ष्मण कुमावत रतन लाल खटीक व सरेरी खंड कार्यवाह विनोद जोशी तथा कार्यकारिणी के सत्यनारायण राजू लाल, विष्णुदत्त,संजय डोलिया, रामधन, सुरेश,कमलेश,देवीलाल मुरलीमनोहर, हीरालाल, गजमल व उपखंड कार्यवाह मनीष नुवाल अंकित शर्मा समेत बड़ी संख्या में गांव व उपखण्ड के कार्यकर्ता व श्रोता उपस्थित रहे।