Homeराजस्थानकोटा-बूंदीपर्यटन नगरी में बढ़ रहे मवेशियों के तबेले

पर्यटन नगरी में बढ़ रहे मवेशियों के तबेले

पशुपालक देवनारायण योजना में रियायती भूखंड लेकर फिर से शहर में अतिक्रमण पर आमादा, पशुपालकों के आतंक व गंदगी से आम जनता परेशान
कोटा, 27 सितंबर।स्मार्ट हलचल/शहर की आवासीय कॉलेनियों में पशुपालक सरकारी भूमि पर अतिक्रमण कर मवेशियों के तबेले बनाते जा रहे हैं। जिससे शहर में गंदगी व मच्छरांे का प्रकोप बढ गया है। जबकि अधिकांश पशुपालकों को यूआइ्रटी द्वारा देवनारायण योजना में सस्ते भूखंड एवं आवास आवंटित किये जा चुके हैं।
जिला प्रशासन एवं केडीए प्रशासन की अनदेखी का लाभ उठाकर सैकडों पशुपालक आवासीय कॉलोनियों में गाय-भैंसे बांधकर गंदगी का साम्राज्य फैलाकर दूध बेचने का कारोबार कर रहे हैं। जबकि यूआईटी द्वारा देवनारायण पशुपालक योजना में रियायती दरों पर भूखंड इस शर्त पर आवंटित किये गये थे कि जो भी पशुपालक भूखंड प्राप्त करके शहर में मवेशी रखेंगे, उनके भूखंड निरस्त कर दिये जायेंगे।
वार्ड विकास समिति, महिला मोर्चा एवं नागरिक संगठनों ने जिला कलक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी से अपील की कि कोटा को पर्यटन नगरी बनाने के लिये केडीए को शहर को केटल मुक्त बनाने पर सख्ती से अभियान प्रारंभ करना होगा। अन्यथा पशुपालकों द्वारा फैलाई जा रही गंदगी से स्मार्ट सिटी कोट में स्वच्छता का सपना कभी पूरा नहीं हो सकेगा।
नये शहर में तलवंडी, महावीर नगर प्रथम, सुभाष नगर, महावीर नगर तृतीय, गणेश नगर, आर के पुरम, श्रीनाथपुरम आदि आवासीय कॉलोनियों में जगह-जगह पशुपालकों ने मुख्य मार्गों पर अतिक्रमण कर मवेशियों के तबेले बना लिये हैं। जिससे बडी संख्या में नंदी की संख्या बढ गई है। मुख्य मार्गों पर आवारा मवेशियों के विचरण एवं बैठे रहने से सडक दुर्घटनायें हो रही हैं।
विफल हुई 300 करोड़ की देवनारायण योजना
पूर्व नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने 19 जून, 2022 कोटा शहर को केटल फ्री व साफ-सुथरा बनाने के लिये महत्वाकांशी प्रदेश की प्रथम देवनारायण रिहायशी योजना को लागू किया था। जिसमें 1227 पशुपालकों द्वारा 15000 मवेशियों को पालने के लिये सुविधायुक्त कॉलोनी विकसित की गई है। लेकिन पेयजल के लिये एक ही टंकी होने से पशुपालक फिर से शहर में लौट रहे हैं। प्रत्येक वाडों की आवासीय कॉलोनियों में मवेशियों की संख्या बढकर 2000 से अधिक हो गई है। उनसे रोजाना फैलने वाली गंदगी कई गुना बढ़ चुकी है। केडीए एवं नगर निगम के अतिक्रमण दस्ते द्वारा इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाये।

dharti putra
dharti putra
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर  01 अगस्त  2024, Smart Halchal News Paper 01 August 
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर  01 अगस्त  2024, Smart Halchal News Paper 01 August 
dhartiputra
logo
RELATED ARTICLES