नव-निर्मित गुंबद धराशायी, करोड़ों की लागत पर उठ सवाल?
शीतल निर्भीक
बलिया। स्मार्ट हलचल/करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे बलिया रेलवे स्टेशन के नव निर्मित गुंबद का दक्षिणी हिस्सा हल्की बारिश के बाद धराशायी हो गया, जिससे निर्माण की गुणवत्ता और प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल खड़े हो गए हैं। हाल ही में बना यह गुंबद अचानक ढह जाने से यात्रियों में हड़कंप मच गया और लोगों ने निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया।
बारिश ने खोली गुणवत्ता की पोल!
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, यह हादसा हल्की बारिश के दौरान हुआ, जिसने निर्माण कार्य की खराब गुणवत्ता की पोल खोल दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों से रेलवे स्टेशन पर तेजी से काम चल रहा था, लेकिन काम की निगरानी और गुणवत्ता पर ध्यान नहीं दिया गया। स्टेशन के गुंबद का यह हिस्सा हाल ही में तैयार किया गया था, लेकिन पहली ही बारिश में इसकी कमजोरी उजागर हो गई।
यात्रियों की जान को खतरा!
गुंबद के धराशायी होने के समय स्टेशन पर कई यात्री मौजूद थे। गनीमत रही कि हादसे के वक्त वहां कोई बड़ी भीड़ नहीं थी, जिससे किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हालांकि, इस घटना ने यात्रियों और स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी पैदा कर दी है। उनका कहना है कि अगर जल्द ही इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो यात्रियों की सुरक्षा को खतरा बना रहेगा।
भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा स्टेशन का गुम्बद!
स्थानीय निवासियों और यात्रियों ने आरोप लगाया है कि करोड़ों रुपये की लागत से बन रहे इस स्टेशन का निर्माण भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। लोगों का कहना है कि ठेकेदारों और अधिकारियों की मिलीभगत के कारण घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ।
रेलवे प्रशासन पर उठे सवाल?
इस हादसे के बाद रेलवे प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। लोग पूछ रहे हैं कि आखिर करोड़ों रुपये की लागत से बने इस स्टेशन में इतनी बड़ी चूक कैसे हो सकती है। स्थानीय संगठनों ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गुणवत्ता के जांच की मांग उठी
घटना के बाद रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त हिस्से का निरीक्षण किया। उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिलती, तब तक ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। स्टेशन की यह घटना रेलवे की प्रतिष्ठा के लिए एक बड़ा धक्का है और इसके पुनर्निर्माण पर सवालिया निशान लग गया है।
यात्रियों की चिंता
यात्रियों का कहना है कि स्टेशन के अन्य हिस्सों की भी जांच होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो। स्टेशन पर आने वाले यात्री अब खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और रेलवे प्रशासन से स्टेशन की सुरक्षा को लेकर जल्द से जल्द कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।