अस्पताल के चक्कर लगा रहे बच्चे व परिजन, नियम बदलने की मांग
सूरौठ।स्मार्ट हलचल|बर्थ सर्टिफिकेट व दसवीं की मार्कशीट में जन्मतिथि अंकित होने के बावजूद भी शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूली टूर्नामेंट खेलने के लिए उम्र का मेडिकल सर्टिफिकेट मांग रहे हैं। इसके कारण स्कूली खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के इच्छुक विद्यार्थियों एवं उनके परिजनों को मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के लिए अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। इस संबंध में शारीरिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने राज्य सरकार एवं शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से मेडिकल सर्टिफिकेट बनवाने के नियम को बदलवाने की मांग की है। राजस्थान शारीरिक शिक्षक संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष विनीत कुमार मीणा, करौली जिला अध्यक्ष भूपाल सिंह मीना, जिला सचिव योगेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि शिक्षा विभाग ने नियम बना रखा है कि स्कूली खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए विद्यार्थियों से उम्र का मेडिकल सर्टिफिकेट लिया जाएं जो कि पूरी तरह बेतुका है। जब बर्थ सर्टिफिकेट एवं दसवीं की अंक तालिका में जन्मतिथि लिखी हुई है तो उम्र का मेडिकल सर्टिफिकेट मांगने का कोई औचित्य नहीं है। इससे विद्यार्थियों को बेवजह परेशानी हो रही है। शारीरिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा विभाग के निदेशक से मेडिकल सर्टिफिकेट मांगने के नियम को बदलने की मांग की है।


