Homeराजस्थानउदयपुर-राजसमन्दकलाकारों को तराशने रंग लाई कश्ती की मुहिम

कलाकारों को तराशने रंग लाई कश्ती की मुहिम


कलाकारों को तराशने रंग लाई कश्ती की मुहिम

Kashti’s campaign to hone artists proved fruitful

Engineers, doctors and students became theatre artists

इंजीनियर, डॉक्टर और विद्यार्थी बने रंगकर्मी


15 दिन के अभ्यास में तैयार किया नाटक, किया सफल मंचन भी

उदयपुर, 1 जुलाई। स्मार्ट हलचल/लेकसिटी की छिपी हुई कला प्रतिभाओं को तराशने के उद्देश्य से कश्ती फाउंडेशन द्वारा चलाई गई मुहिम के तहत आयोजित हुई 15 दिवसीय थियेटर कार्यशाला सफल साबित हुई और इस कार्यशाला में न सिर्फ कई नए कलाकारों ने थियेटर की बारीकियों को सीखा बल्कि शहर के दो पेशेवर डॉक्टर, इंजीनियर के साथ अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों ने एक नाटक की स्क्रिप्ट को लिखकर तैयार किया और सूचना केन्द्र सभागार में इसका सफल मंचन भी किया ।

कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने बताया कि गत दिनों भुवाणा स्थित थर्ड स्पेस में आयोजित हुई इस कार्यशाला में शहर के कई युवा कलाकारों को रंगमंच की बारीकियों से रूबरू करवाया गया। इस कार्यशाला में विशेषज्ञ व रंगकर्मी कुणाल मेहता, सुरेश पूनिया व कविराज लईक और ख्याति प्राप्त कलाकार कहानी वाला रजत ने भी संभागियों को रंगकर्म और कहानी के गुर सिखाएं। इस कार्यशाला में संभागियों को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से एनएसडी पास आउट राजस्थान के वरिष्ठ रंगकर्मी विशाल विजय को आमंत्रित कर भी प्रशिक्षण प्रदान किया गया।

‘सपने’ के सफल मंचन ने दिखाया कलाकारों का हुनर:

मुर्डिया ने बताया कि कार्यशाला के समापन के अवसर पर सूचना केन्द्र सभागार में युवा रंगकर्मी कुणाल मेहता के निर्देशन में ‘सपने’शीर्षक वाले नाटक का मंचन भी किया गया। उन्होंने बताया कि सबसे आश्चर्यजनक बात तो यह है कि पहली बार संभागी कलाकारों ने न सिर्फ इस नाटक का लेखन किया अपितु संपूर्ण तैयारी, रिहर्सल इत्यादि करते हुए नाटक में खुद अभिनय करते हुए पूरी सफलता के साथ मंचन भी किया।

डॉक्टर, इंजीनियर और विद्यार्थियों ने किया कमाल:

मुर्डिया ने बताया कि ‘सपने’ शीर्षक से तैयार किया गया नाटक शहर के दो पेशेवर डॉक्टर और एक इंजीनियर के साथ अंग्रेजी माध्यम के स्कूल के विद्यार्थियों ने तैयार किया और खुद अभिनय कर इसका मंचन किया। उन्होंने बताया कि इस नाटक में जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल के निश्चेतना विभाग के प्रोफेसर और आईसीयू प्रभारी डाॅ. पीयूष गर्ग ने पिता हरीश की भूमिका तथा जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल की ही गायनेकोलोजिस्ट और असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. इशिता शर्मा ने पड़ोसन मालती की भूमिका निभाई। इसी प्रकार महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अधीन सीटीएई में रिन्यूएबल एनर्जी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में कार्यरत इंजीनियर डाॅ. कृतिका शर्मा ने सुमन पत्नी की तथा राॅकवुड स्कूल के 17 वर्षीय विद्यार्थी अनुराग आर्य तथा सेंट पाॅल स्कूल के 14 वर्षीय विद्यार्थी धैर्य बोरदिया ने पुत्र धैर्य की भूमिका निभाई। सभी कलाकारों ने इतना स्तरीय अभियन किया कि एकबारगी तो लगा ही नहीं कि ये सिद्धहस्त रंगकर्मी नहीं हैं। कलाकारों के संवाद, हाव भाव और पूर्ण आत्मविश्वास के साथ किए गए अभिनय की मौजूद अतिथियों और शहरवासियों ने जमकर तारीफ की। महत्वपूर्ण तथ्य तो यह है कि अंग्रेजी माध्यम से विद्यार्थियों ने इस नाटक में पूरे आत्मविश्वास व कुशलता के साथ हिन्दी के संवादों को प्रस्तुत किया। इस मौके पर अतिथियों ने संभागियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए।

यह थी ‘सपने’ नाटक की विषयवस्तु:

इस नाटक में पात्रों ने एक मध्यमवर्गीय परिवार में पिता-पुत्र के सपने और इनके धरातल पर उतरने के बीच की विसंगतियों और परेशानियोंको दर्शाया है और बताया है कि बच्चों के कॅरियर पर इसका प्रभाव न पड़ना चाहिए। नाटक में संदेश दिया गया है कि हर व्यक्ति को अपने सपने को साकार करने के लिए पूरे जज्बे के साथ प्रयास करना चाहिए और इसके मध्य पारिवारिक जिम्मेदारियों और परिस्थितियों को हावी न होने देना चाहिए।

आदर्श जीवन शैली सिखाता है थियेटर: भाटिया

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि हेरिटेज स्कूल की पूर्व प्राचार्य डाॅ. तुलसी भाटिया ने कहा कि थियेटर अपने किरदारों के माध्यम से हर व्यक्ति को आदर्श जीवनशैली सिखाता है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता, रोशनी, ध्वनि, हावभाव और आसपास का प्रभावी वातावरण थियेटर के ही पार्ट है और इस नाटक में इन सबका संतुलन देखने को मिला। उन्होंने डाक्टर्स, इंजीनियर्स और विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत इस नाटक के सफल मंचन की सराहना भी की।

आरंभ में नाट्य निर्देशक कुणाल मेहता ने नाटक की विषयवस्तु प्रस्तुत की और 15 दिवसीय थिएटर कार्यशाला के अनुभवों को उद्घाटित किया। कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने अतिथियों को स्वागत किया और फाउंडेशन की सृजनात्मक गतिविधियों पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन की रस्म शिल्पकार सुनील लड्ढा ने अदा की। इस मौके पर कश्ती फाउंडेशन की डॉ. सोफिया नलवाया, रंगकर्मी दीपक दीक्षित, हेमंत जोशी, कपिल पालीवाल, प्रेरणा नौसालिया, ऋतु सिंघवी, संदीप राठौड़, चित्रकार राहुल माली, मोनिका शर्मा व मीनाक्षी, विनय दवे, राधिका अग्रवाल, स्टेज मैनेजर लेसेंट लोबो, मनीष, कोठारी, विपुल वैष्णव, बंटी सुथार, कबीर मेघवाल, भविष्य गमेती, सहित बड़ी संख्या में कलाप्रेमी मौजूद थे।
——————-
फोटो कैप्शन:
प्ले 1 से 2 जेपीजी : फाउंडेशन द्वारा प्रस्तुत सपने नाटक का एक दृश्य। मौजूद संभागी।
प्ले 3 जेपीजी : संबोधित करती मुख्य अतिथि व मंच पर मौजूद कलाकार।
प्ले 4 जेपीजी : नाटक के किरदार, बाए से 14 वर्षीय विद्यार्थी धैर्य बोरदिया, गायनेकोलोजिस्ट और असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅ. इशिता शर्मा , इंजीनियर डाॅ. कृतिका शर्मा, 17 वर्षीय विद्यार्थी अनुराग आर्य और निश्चेतना विभाग के प्रोफेसर और आईसीयू प्रभारी डाॅ. पीयूष गर्ग ।

स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर 31 जनवरी 2025, Smart Halchal News Paper 31 January 2025
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर 31 जनवरी 2025, Smart Halchal News Paper 31 January 2025
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर  01 अगस्त  2024, Smart Halchal News Paper 01 August 
स्मार्ट हलचल न्यूज़ पेपर  01 अगस्त  2024, Smart Halchal News Paper 01 August 
news paper logo
AD dharti Putra
logo
AD dharti Putra
RELATED ARTICLES