Homeभीलवाड़ाप्रत्येक जीव ब्रह्म ,प्राणी मात्र के प्रति भाव अच्छा रखें-ध्रुवेशानंद

प्रत्येक जीव ब्रह्म ,प्राणी मात्र के प्रति भाव अच्छा रखें-ध्रुवेशानंद

मातृ भाव में ऊँच नीच का भेद नहीं होता
संस्कार नहीं होने से नाम नहीं ले पाते

(हरिप्रसाद शर्मा )

पुष्कर/अजमेर/स्मार्ट हलचल/तीर्थराज पुष्कर में श्री मॉ शारदा देवी मंदिर स्थापना का द्वितीय वार्षिक उत्सव भारत सेवाश्रम संघ से शनिवार को दो सत्र में शुरू हुआ । कार्यक्रम के आयोजक रामकृष्ण मिशन विवेकानन्द स्मृति मंदिर, खेतडी के तत्वावधान में हुआ । जिसमें देशभर के संत-महात्माओं के अलावा अनुयायी आये।
कार्यक्रम में अल्मोडा से आये स्वामी ध्रुवेशानंद महाराज ने कहा कि प्रत्येक जीव ब्रह्म है । उन्होंने कहा कि प्राणी मात्र के प्रति भाव अच्छा रखना चाहिए । सभी का यही भाव , सभी के प्रति होना चाहिए । उन्होंने नारी शिक्षा का संस्मरण सुनाये।उन्होंने अनुयायियों को अपने सम्बोधन में यह भी कहा कि सत्य के लिए दुनिया की, सब कुछ त्याग कर सकते है । अपितु सत्य का त्याग नहीं करना चाहिए । स्वामी ध्रुवेशानंद ने भगवान रामचंद्र के बारे मैं बताया व अनुयायियों को शिक्षा लेने को कहा है । दूसरे सत्र में संत नित्या नन्द महाराज मॉं शारदा के द्विव्य चरित्र का वर्णन किया ।उन्होंने कहा कि करूणानिधि व दया की मूर्ति नारी शक्ति में है । ठाकुर ने पूर्ण विकास के लिए मॉं शारदा को चुना।नित्या नन्द महाराज ने कहा ठाकुर हमेशा माँ को मातृ रूप में मातृ भाव से षोडशी पूजा अर्पित करते हैं ।उन्होंने कहा कि मातृ भाव में ऊँच नीच का भेद नहीं होता है ।माँ की अपार महिमा का वर्णन है ।माँ के नाम का गुणगान करने की अनुयायियों को सीख दी ।
संस्कार नहीं होने से नाम नहीं ले पाते हैं ।साधना-भजन बार बार प्रयत्न करने से जीवन आदर्शता आ जाती हैं । अतं में उदयपुर के पवन पालीवाल ने कार्यक्रम का वार्षिक प्रतिवेदन का वाचन किया । खेतडी से आये कार्यकर्ता कृष्ण कुमावत,बक्शी राम,कुलदीप, छत्र शाल,गोपीराम ,गौरव,रोहित,सोनू ,स्वयंसेवक ने अपनी सेवा दी।

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