हिंदू धर्म में ग्रहण काल को अशुभ समय माना जाता है. इस अवधि में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है. इसके अलावा, जब भी सूर्य या चंद्र ग्रहण होता है, तब मंदिर के दरवाजे भी बंद कर दिए जाते हैं. हिंदू परिवारों में ग्रहण के समय भोजन करना भी वर्जित होता है. इस दौरान देवी-देवताओं के मंत्रों का जाप करना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव को कम किया जा सकता है. आपको बता दें साल 2025 का पहला ग्रहण एक अहम त्योहार के दिन लगने जा रहा है. यहां से जानें वर्ष 2025 में पहला ग्रहण कब लगने जा रहा है.
सूर्य ग्रहण 2025 कहां-कहां दिखेगा?
भारत में कब और कहां दिखेगा सूर्यग्रहण?
भारतीय समयानुसार इस वर्ष 29 मार्च 2025, शनिवार को सूर्य ग्रहण निम्न समय पर लग रहा है, हालांकि भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा, इसलिए भारत में किसी भी जगह पर सूतक काल भी मान्य नहीं होगा, हांलाकि ज्योतिष शास्त्रियों का मानना है कि गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के कुछ नियमों का पालन करना चाहिए. किसी भी जोखिम से बचने के लिए यह जरूरी है.
हिंदू धर्म में ग्रहण काल को अशुभ समय माना गया है। ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इतना ही नहीं जब भी सूर्य या चंद्र ग्रहण लगता है तब मंदिर के कपाट तक बंद कर दिए जाते हैं। वहीं हिंदू घरों में ग्रहण के समय खाना पीना भी वर्जित होता है। ग्रहण के दौरान देवी-देवताओं के मंत्रों का उच्चारण करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से ग्रहण का दुष्प्रभाव कम होता है। तो चलिए अब जानते हैं कि साल 2025 में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण कितनी बार लगेगा और ग्रहण का समय क्या रहेगा।
1. साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च दिन शनिवार, चैत्र शुक्ल पक्ष की अमावस्या को लगेगा। भारतीय समयानुसार इस ग्रहण का स्पर्श काल दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से शाम 6 बजकर 13 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं रहेगा।
2. साल 2025 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर, दिन रविवार, अश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या को लगेगा। भारतीय समयानुसार इस ग्रहण का स्पर्श काल रात 11 बजे से देर रात 3 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण भारत में दृश्य होगा।
चंद्र ग्रहण
1. साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च दिन शुक्रवार, फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को लगेगा। भारतीय समयानुसार इस ग्रहण का स्पर्श काल सुबह 10 बजकर 39 मिनट से दोपहर 2 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण भारत में दृश्य नहीं रहेगा।
2. साल 2025 दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर दिन रविवार, भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को लगेगा। भारतीय समयानुसार इस ग्रहण का स्पर्श काल रात 9 बजकर 57 मिनट से रात 12 बजकर 23 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण भारत में दृश्य होगा।
सूतक काल
बता दें कि ग्रहण के दिन सूतक काल का बहुत अधिक अधिक महत्व होता है। । सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण के समय से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। वहीं चंद्र ग्रहण में सूतक काल ग्रहण के 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। सूतक लगने पर घर के सभी पानी के बर्तन में, दूध में और दही में कुश या तुलसी की पत्ती या दूब धोकर डालनी चाहिए। ग्रहण में वातावरण की किरणें नकारात्मक प्रभाव छोड़ती हैं, इसीलिए ग्रहण और सूतक काल में कुछ भी खाने-पीने की मनाही रहती है।