दिलखुश मोटीस
सावर(अजमेर)@स्मार्ट हलचल|प्रदेश में कानून-व्यवस्था पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। सार्वजनिक परिवहन की रीढ़ माने जाने वाले रोडवेज कर्मचारी अब खुद को असहाय और असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। घटियाली कस्बे में दिनदहाड़े राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के एक चालक के साथ जो हुआ, उसने न केवल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया, बल्कि आम यात्रियों के मन में भी भय पैदा कर दिया है।
अजयमेरु डिपो में कार्यरत एवं लुहारी कलां निवासी बस चालक हरीसिंह मीणा शनिवार को नियत समय पर अजमेर से बस लेकर रवाना हुए थे। शाम करीब चार बजे जैसे ही बस घटियाली के दशहरा मैदान के सामने पहुंची, तभी पल्सर बाइक पर सवार तीन युवकों ने रास्ता रोककर बस रुकवा दी। यह सब इतनी तेजी से हुआ कि किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
बस रुकते ही दो युवक चालक के फाटक तक पहुंचे, जबरन दरवाजा खोला और हरीसिंह मीणा को घसीटते हुए नीचे उतार लिया। इसके बाद सड़क पर ही लात-घूंसे बरसाए गए। हमलावरों की जुबान से निकले शब्द हालात की भयावहता बयान करने के लिए काफी थे—
“अगर बस समय पर नहीं लाई तो रोज इसी तरह मारपीट करेंगे।”
इस बर्बरता को देखकर बस में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। महिलाएं और बच्चे सहमे नजर आए। बस परिचालक जोधराज सिंह और कुछ यात्रियों ने साहस दिखाते हुए बीच-बचाव किया, तब जाकर चालक को दबंगों के चंगुल से छुड़ाया जा सका। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार तीनों युवक शराब के नशे में धुत थे और मारपीट के बाद भी गाली-गलौच करते हुए आतंक मचाते रहे।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी पल्सर बाइक पर सवार होकर फरार हो गए। चार दिन बाद मंगलवार शाम को पीड़ित चालक ने सावर थाने में तीन अज्ञात युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपियों की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
इस घटना से रोडवेज कर्मचारियों में गहरा आक्रोश है। कर्मचारियों का कहना है कि यदि सरकारी सेवा में कार्यरत कर्मचारी ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा की कल्पना कैसे की जा सकती है। कर्मचारियों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और सार्वजनिक परिवहन कर्मचारियों के लिए ठोस सुरक्षा व्यवस्था लागू करने की मांग की है।
घटियाली की यह घटना एक चेतावनी है—
अगर समय रहते सख्ती नहीं बरती गई, तो सड़क पर कानून नहीं, दबंगों की मनमर्जी चलेगी।


