भीलवाड़ा । पुनित चपलोत
शहर के सुभाषनगर थाना इलाके में स्थित गुलाब वाटिका में कार्यरत कर्मचारी ने वाटिका में ही टेंट की एंगल के सहारे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। युवक, दो बच्चों का पिता था और परिवार सहित वाटिका में रहकर पिछले दस साल से यहीं काम कर रहा था। पुलिस का कहना है कि युवक ने यह कदम क्यूं उठाया, इसकी जांच की जा रही है। सुभाषनगर थाने के दीवान मोहम्मद हुसैन ने बताया कि शाहपुरा थाने के टोपां, नया गांव माताजी का खेड़ा निवासी नरेंद्र 34 पुत्र रामेश्वर मीणा पिछले दस साल से थाना सर्किल में स्थित गुलाब वाटिका में काम करता था। वह अपने दो बच्चों व पत्नी के साथ वाटिका में ही रह रहा था। मंगलवार सुबह नरेंद्र ने किन्हीं कारणों के चलते मफलर का फंदा गले में डाला और टेंट के एंगल से झूल गया। इसके चलते नरेंद्र की मौत हो गई।
साले ने देखा शव, मची चीख-पुकार
नरेंद्र का साला मनराज भी परीक्षा देने के लिए गांव से भीलवाड़ा आया हुआ था। मनराज भी रात में अपने जीजा नरेंद्र के पास ही रुका था। मंगलवार सुबह साढ़े सात बजे मनराज कमरे से बाहर आया तो उसकी नजर फंदे से झुलते अपने जीजा नरेंद्र पर पड़ी। यह देखकर उसकी चीत्कार फूट पड़ी। परिजन भी आ गये। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को फंदे से उतरवाकर जिला अस्पताल भिजवा दिया, जहां पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।