मेथी मसाला में
गूंदा
केरी सभी गुजरातियों का एक पारंपरिक पसंदीदा अचार है। गुंडा एक प्रकार का बेरी है जिसके बीच में बहुत चिपचिपा पत्थर होता है और यह मार्च से जून तक उपलब्ध रहता है। इसमें मधुमेह रोधी गुण भी होते हैं। गूंदा केरी अचार में, गूंदा को अचार के मसाले और कसा हुआ आम के साथ भरा जाता है और अंत में लंबे समय तक संरक्षित करने के लिए अचार के तेल में पूरी तरह डुबोया जाता है। रोटी, थेपला या किसी भी खाने के साथ इसका स्वाद बहुत अच्छा लगता है.
गूंदा और कच्चे आम का आचार
2 कच्चे आम
1 कप आचार मसाला
जरूरत अनुसार तेल
जरूरत अनुसार नमक
1
गुंदा को धोकर साफ कर लें और सूखा लें और आम को भी छिलका हटाकर उसे कद्दूकस कर ले और उसमे हल्दी और नमक डालकर मिला लें और उसे 15 मिनिट तक ढक कर रखें
2
अब गुंदा को तोड़ ले और चाकू पर नमक लगा कर गुंदा में से बीज निकाल लें इसी तरह सारे बीज निकाल लें
3
अब एक बाउल में आचार मसाला निकाल लें और आम जो हल्दी नमक डालकर रखा था उसमे से पानी निकाल लें और उसमें आचार मसाला मिला लें
4
अब ये मसाला गूंदा में दबा कर भर ले और उसे 2 से 3 घंटे तक ढक कर रखें ताकि मसाले का फ्लेवर गूंदा में आ जाए
5
अब तेल को गरम करके उसे अच्छे से ठंडा कर ले और गुंदा को बोतल में भर कर उसमे तेल डाल दे गूंदा और कच्चे आम का आचार तैयार है आप उसे दो दिन बाद खा सकते है
नोट : आचार में गुंदा डूब जाए उतना ज्यादा ही तेल रखना है नही तो ये खराब हो जाता है