(राजेश जीनगर, भीलवाड़ा)
जिला कलेक्टर नमित मेहता ने मंगलवार को दो घंटे तक नगर परिषद, युआईटी, पुलिस के दस्ते सहित शहर का जायजा लिया, और अव्यवस्थित शहर के हालात देखें। कहीं कहीं जिम्मेदारों की अनदेखी और उदासीनता से नाराज़ भी नजर आए। उन्होंने सभी विभागों को शहर के हालात सुधारने के निर्देश दिए। यातायात पुलिस को शहर की ट्रेफिक व्यवस्था सुधारनें, नगर परिषद और युआईटी को शहर के चौराहों की दशा सुधारने की बात कही। कलेक्टर के आदेश निर्देश के बावजूद जिम्मेदार गंभीर नहीं होकर सुस्त नजर आए और दुसरे दिन किसी तरह की कार्यवाही शहर में देखने को नहीं मिली। बाजार में दुकानदारों द्वारा फुटपाथ तक कब्जा जस का तस नजर आया। दुकानदारों के फुटपाथ तक कब्जा कर लेने से वाहन चालकों को अपने वाहन पार्क करने में खासी मशक्कत करनी पड़ती है। जिसके चलते आड़े तिरछे खड़े वाहनों से बाजार में अक्सर जाम के हालात बन जाते हैं। जिसमें सुचना केन्द्र चौराहा इसकी सबसे बड़ी बानगी है। इसका मुख्य कारण यहां लगने वाली सब्जी मंडी है। इसमें खरीददारी करने वाले अपने वाहनों मेन रोड पर अव्यवस्थित खड़ा कर के चले जाते हैं। दुसरा बड़ा मुख्य कारण विभिन्न मार्गों पर चलने वाले ऑटो जो अक्सर बीच बाजार अव्यवस्थित खड़े रहते हैं और तीसरा कारण हाथ ठैले, जिनको बीच बाजार से यातायात पुलिस हटा हटाकर थक जाती है। लेकिन फिर भी यह व्यवस्था बिगाड़ने से बाज नहीं आते। दुकानदारों द्वारा फुटपाथ तक अतिक्रमण के सबसे दयनीय हालात बाजार नंबर तीन और आजाद चौक है। जहां से सुबह दस बजे से रात दस बजे तक दुपहिया वाहन लेकर निकलना भी मुश्किल है। ऐसे में इन मार्केट में कभी अनहोनी हो जाए तो दमकल को भी जानें का रास्ता बामुश्किल मिल पाएगा।