अमरगढ़ कस्बे के बाजार बंद रखकर 12 गांव के ग्रामीणों एवं विभिन्न समाज संगठनो द्वारा जहाजपुर बस स्टैंड पर विरोध प्रदर्शन किया गया,
दुर्गेश रेगर
पीपलूंद।स्मार्ट हलचल। शाहपुरा जिले के जहाजपुर उपखंड के शक्करगढ़ थाना क्षेत्र में स्थित अमरगढ़ कस्बे के ऐतिहासिक किले में स्थित मंदिर से लगभग 600 से 700 साल पुरानी नीलम से निर्मित भगवान जगमोहन की मूर्ति व आभूषण चोरी के मामले में ग्रामीणों ने सोमवार को अमरगढ़ कस्बे के बाजार बंद रखकर। दोपहर बाद 12 गांव के लोगों ने बस स्टैंड पर विरोध प्रदर्शन किया। और बाद में कार्रवाई की मांग को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जहाजपुर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल, महाराणा प्रताप स्मृति संस्थान, एवं मेवाड़ क्षेत्र महासभा की ओर से भी ज्ञापन दिए गए।
मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि अमरगढ़ किले में स्थित भगवान जगमोहन एवं राधा रानी का मंदिर स्थित है। जहां पर लगभग 600 से 700 वर्ष पुरानी बेशकीमती नीलम से निर्मित भगवान जगमोहन की मूर्ति थी जिसको गत मंगलवार रात को चोर चोरी कर ले गए। जिसके विरोध में सोमवार को अमरगढ़ गांव के अलावा 12 गांव के ग्रामीणों सहित विभिन्न समाज संगठनो के द्वारा भगवान की मूर्ति चोरी गई थी। जिसके विरोध में संपूर्ण अमरगढ़ कस्बे में आक्रोश व्याप्त है। और भगवान जगमोहन के मंदिर में चोरी करने का यह तीसरा प्रयास है। इससे पूर्व 2013 में मूर्ति के दोनों हाथ तोड़कर ले गए थे। पूर्व में पुलिस ने चोरों को पकड़ा और गहने, आभूषण भी बरामद किए गए। लेकिन भगवान जगमोहन की मूर्ति के हाथों को नहीं दिखाया गया। और कहा गया कि चोरों ने बूंदी के पास स्थित बाणगंगा में हाथों को फेंक दिया गया। जिससे वो दोबारा नहीं मिल सके।
गत मंगलवार को तीसरी बार हुई चोरी में भगवान जगमोहन की मूर्ति को चोर उखाड़ कर ले गए। और केवल भगवान के चरण पद मंदिर में ही छोड़ गए।
इस दौरान ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम जहाजपुर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर भगवान जगमोहन की मूर्ति को बरामद कर, चोरों को गिरफ्तार करके, दोषियों को कठोर से कठोर सजा दिलवाने की मांग की है। साथ ही मे 2013 में भगवान जगमोहन की मूर्ति के हाथ तौडकर ले गए थे। जिसकी फाइल में लीपापोती की गई है। उसको रिओपन करवाने की भी मांग की गई है। इससे पूर्व अमरगढ़ कस्बे के बस स्टैंड पर ग्रामीण सुबह 9 बजे हजारों की संख्या में एकत्रित होकर जहाजपुर में स्थित बारह देवरा पर पहुंचे। और बाद में जहाजपुर बस स्टैंड पर विरोध प्रदर्शन करके, जहाजपुर उपखंड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।