कन्याओं को कुमकुम तिलक लगा पूजन कर व भोजन प्रसादी कराकर लिया आशीर्वाद
मातारानी को प्रसन्न करने को लेकर विधि विधान व मंत्रोचारण के साथ कि पूजा अर्चना,कन्याओं को दी दक्षिणा व फल
काछोला 15 अप्रेल -स्मार्ट हलचल/चैत्र नवरात्रा के पावन पर्व का विशेष महत्व माना जाता है इसको लेकर चैत्र
नवरात्रि में भक्त नौ दिनों में माता के नौं स्वरूपों की पूजा अर्चना करते हैं और उनसे आशीर्वाद की कामना करते हैं।इसको लेकर लटाला स्कूल में भामाशाह नवरात्रि में विधि-विधान से मातारानी मां दुर्गा की पूजा और छोटी-छोटी कन्याओं को भोजन कराया गया और कन्याओं को दक्षिणा व फल वितरित किये।नवरात्रा में कन्याओं को भोजन प्रसादी भामाशाह शिव गगरानी, शिक्षक विमलेश वैष्णव,मोहम्मद शाबिर रँगरेज,राजमल रेगर,भवानी सिंह मीणा,ने प्रसादी परोसी गई।कन्या भोजन से मां जल्दी प्रसन्न होती हैं और भक्तों की मनोकामना पूर्ण करती हैं।
कन्या पूजन क्यों किया जाता है –
शास्त्रों में बताया गया है कि पौराणिक कथाओं के अनुसार इंद्रदेव ने भगवान ब्रह्मा से मातारानी माँ भगवती को प्रसन्न करने के लिए कोई उपाय पूछा था,उस दौरान ब्रह्मा देव ने इंद्र को बताया था कि देवी को प्रसन्न करने के लिए कुमारी कन्याओं का पूजन करें और उनको भोजन कराये. तभी से यह परंपरा चली आ रही है कि नवरात्रि के दौरान माता रानी को प्रसन्न करने के लिए कन्या पूजन कराया जाता है और उनको भोजन कराया जाता है,जिसे माता रानी प्रसन्न होती है।