रितिक मेहता
डूंगरपुर,स्मार्ट हलचल। जिले के पंचायत समिति आसपुर के ग्राम पंचायत कतिसौर में ढाई वर्ष पूर्व नरेगा के तहत 10 लाख की लागत से कचरा संग्रहण केन्द्र की स्वीकृति जारी की गई थी। जिसे लेकर ग्राम पंचायत द्वारा कार्य प्रारंभ भी कर दिया परंतु, लेकिन दो साल बाद भी कार्य पूर्ण नहीं हो पाया हैं। अधिकारियों की मॉनिटरिंग नहीं होने के कारण नरेगा के कार्य अधूरे पड़े है। जिससे गांव का कचरा लोगों द्वारा बस स्टैंड पर गांव के मुख्य द्वार पर ही डाला जा रहा है। जहां लोगों द्वारा कचरा डाला जा रहा है, वहां पर ही सामुदायिक शौचालय बनाए गए है। कचरा पड़ा रहने से ग्रामीण शौचालय का उपयोग नहीं कर पाते है। बदबू के कारण लोगों को यहां से गुजरने में परेशानी हो रही है। इधर, ग्राम पंचायत द्वारा शौचालय को नियमित सफाई भी नहीं करवाई जाती है, जिससे लोग शौचालय के बाहर ही शौच कर चले जाते गई। यहां तक की शौचालय में पानी की कोई व्यवस्था तक नहीं है। ग्रामीणों ने शौचालय की सफाई, बस स्टैंड पर पड़ा कचरा हटाने की मांग की है। कतिसौर ग्राम पंचायत वीडीओ सचिन जोशी ने कहा-मैंने ठेकेदार को बताया था, उसने व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए कहा था। को कहा है। करवा देता हु ऐसा कह रहा है। में एक बार बात कर लेता हूं। आसपुर पंचायत समिति बीडीओ वाल सिंह राणा ने कहा कि आरआरसी सेंटर के लिए कई बार कहा गया है। इस संबंध में पंचायत सचिव को निर्देशित किया जाएगा।