इंद्रगढ़ बिजासन माता का 2 हजार वर्ष पुराना व 615 मीटर ऊंचे पहाड़ पर बना प्राचीन मंदिर
पहाड़ फाड़ कर प्रकट हुई थी माता, श्रद्धालुओं को 850 सीढ़ियां चढ़ने के बाद होते, माता के दर्शन
दुर्गेश रेगर पीपलूंद
पीपलूंद। स्मार्ट हलचल/शाहपुरा जिले के जहाजपुर उपखंड से 125 किलोमीटर दूर बूंदी जिले में स्थित इंद्रगढ़ कस्बे के करवर मार्ग पर दरा गांव के पास लगभग 2 हजार वर्ष पुराना बिजासन माता का प्राचीन मंदिर स्थित है। जहां पर बिजासन माता का मंदिर लगभग 615 मीटर ऊंचा एक पहाड़ पर बना हुआ है। जहां पर बिजासन माता मंदिर पर आने वाले श्रद्धालुओं को कठोर परिश्रम करके करीब 850 सीढ़ियां चढ़ने के बाद श्रद्धालु पहुंचते है मातारानी के दरबार में। यहां मातारानी की पहाड पर एक गुफा में स्थित माता की मूर्ति विराजमान हैं। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार माना जाता है। की बिजासन माता यहां पहाड़ को फाड़कर प्रकट हुई थी। इस दौरान यहां पर माता रानी के दर्शन करने के लिए देशभर व राजस्थान के दूर-दूर से शहरों व कस्बों और गांवों से हजारों श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर ढोक दर्शन करने पहुंचते हैं। माता रानी के दरबार में। श्रद्धालु बिजासन माता मंदिर पर हर साल में 2 नवरात्रा आते हैं। और दोनों ही नवरात्रा मे 9 दिनों तक मेला लगता है। इस मेले में लगभग 5 लाख श्रद्धालु आते हैं। और दूर-दूर से श्रृद्धालु पैदल पैदल चलकर पद यात्राएं लेकर भी पहुंचते हैं। इसके अलावा हर महीने की पूर्णिमा अमावस्या व अष्टमी नवमी सहित रोजाना सैकड़ों श्रद्धालु ढोक दर्शन करने के लिए आते हैं। और वही मंदिर प्रांगण पर मेले में लगी दुकानों से जमकर खरीदारी करते हैं।